असीरगढ़, सुशील विधानी। असीरगढ़ (Asirgarh) स्थित मां आशा देवी के दरबार में आज सुबह से ही भक्तों का तांता लगा रहा। यहां पर भी महानवमी (Maha navami) पर हवन-पूजन हुआ। नवरात्रि (Navratri 2021) में प्रतिदिन हजारों भक्तों ने ऊंची पहाड़ी पर स्थित माता के मंदिर पहुंचकर दर्शन-पूजन किए। बता दें कि असीरगढ़ की पहाड़ी पर आशा देवी का मंदिर राजपूतों के समय का बना हुआ है।
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मंदिर के पुजारी शांति नाथ जोगी ने बताया कि वे इस मंदिर में पिछले 70 वर्षों से मां की सेवा कर रहे हैं। मंदिर में अब तक 50 हजार से अधिक भक्त दर्शन करने आ चुके हैं। वहीं नवमी के दिन गुरुवार को मां के दर्शन के लिए भक्त बड़ी संख्या में पहुंचे। मंदिर में पीने के लिए पानी किले की गंगा-जमुना से आता है, जिसकी सालभर धार चलती रहती है।
आशा देवी मंदिर असीरगढ़ में है, यहां पर नवरात्रि में मेला भर आता है, जहां काफी दूर-दूर से लोग इस आशा देवी के मंदिर के दर्शन कर प्रसाद ग्रहण करते हैं। बता दें कि 5 पीढ़ियों से एक ही परिवार इस मंदिर की सेवा करता रहा है। चमत्कारी शक्ति वाली इस देवी का मंदिर से असीरगढ़ पर स्व दत्तू महाराज, भगवान बाबा महाराज, संतोष चौहान, मिथुन यादव, रोहित चौहान, हीरालाल चौहान भगवान बाबा महाराज अभी इस मंदिर को संभाल रहे हैं, यहां पर बहुत दूर-दूर से लोग अपनी मुरादे पूरी कर आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। जंगल के बीच गोमुख के मुख में से जल प्रवाह हमेशा होता रहता है।