Indore News : इंदौर के देवी अहिल्या विश्वविद्यालय में पिछले दिनों परीक्षाओं के दौरान एक बड़ी गलती सामने आई थी। दरअसल, परीक्षा का प्रश्न पत्र लीक कर दिया गया था। सभी बीकॉम प्रथम के छात्रों के मोबाइल पर ये प्रश्न पत्र पहुंच गया था। ये एक बहुत बड़ी शर्मनाक बात है इस मामले को लेकर इंदौर क्राइम ब्रांच ने अज्ञात आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।
बताया जा रहा है कि 12 और 19 मई को हुए बीकॉम प्रथम सेमेस्टर के पेपर लीक होने का मामला कुलपति के संज्ञान में आया जिसके बाद पेपर लीक कांड में एक छात्र का नकल प्रकरण बनाया गया। क्योंकि उसके मोबाइल में लीक हुआ पेपर मिला था। जब उससे पूछताछ की गई तो उसने खुलासा करते हुए बताया कि पेपर पूरी तरह से लीक हो गया है। ऐसे में तुरंत ही फ्लाइंग स्कॉट को पहुंचा कर छात्र पर प्रकरण बनाया गया और कुलपति प्रोफेसर रेनू जैन ने मामले में तुरंत एक कमेटी का गठन भी किया।
लेकिन गहन चिंतन और काफी जांच के बाद जब विश्वविद्यालय प्रबंधन इस बात का पता नहीं लगा सका के आखिर किसने इस पेपर को लीक किया है। ऐसे में विश्वविद्यालय प्रबंधन इस मामले को लेकर इंदौर क्राइम ब्रांच में जा पहुंचा। ऐसे में क्राइम ब्रांच के डीसीपी ने पेपर लीक मामले में मुकदमा दर्ज करने की बात कहते हुए अज्ञात व्यक्ति तलाश शुरू करने की बात कहीं।
इस मामले को लेकर निमिष अग्रवाल डीसीपी क्राइम ब्रांच इंदौर द्वारा बताया गया है कि डीएवीवी के कुलपति प्रोफेसर रेनू जैन ने भी हुए घटनाक्रम को लेकर विस्तृत रूप से जानकारी मीडिया को देते हुए प्रबंधन की ओर से क्राइम ब्रांच में मुकदमा दर्ज होने की बात कही है।
वहीं प्रोफेसर रेनू जैन कुलपति डीएवीवी इंदौर ने कहा कि परीक्षाओं के दौर में पेपर का लीक होना कोई नई बात नहीं है। लेकिन डीएवीवी जैसे ए प्लस ग्रेड विश्वविद्यालय में इस तरह की की घटना होना कई सवालों को जन्म देती है। अब देखना यह होगा क्या परीक्षाओं के समय में आकस्मिक निरीक्षण करने वाला फ्लाइंग स्कॉर्ट की संख्या में क्या बढ़ोतरी की जाती है या फिर विश्वविद्यालय प्रबंधन कोई और नया तरीका निकाल कर ऐसे कामों को रोकने का प्रयास करता है।