छतरपुर, संजय अवस्थी। बिजावर विधायक राजेश शुक्ला बबलू (Bijawar MLA Rajesh Shukla Bablu) ने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल (Governor Anandiben Patel), मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chauhan) और स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार (School Education Minister Inder Singh Parmar) को पत्र लिखकर प्रदेश के 10 लाख बच्चों की पुकार सुनने का आग्रह किया है। पत्र में उन्होंने माध्यमिक शिक्षा मंडल भोपाल (Board of Secondary Education Bhopal) की मनमानी पर अंकुश लगाते हुए कक्षा 10वीं के विद्यार्थियों द्वारा अर्जित किए गए अंकों में की जा रही कटौती को तत्काल रुकवाने की मांग की है।
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बिजावर विधायक राजेश शुक्ला बबलू ने पत्र में बताया कि शिक्षा सत्र 2020-21 में छात्रों ने कोविड-19 के कारण वह सब नहीं सीख पाया जो उनका हक था। चंद महीने जो स्कूल खुले उसमें भी कोविड-19 के डर से छात्रों की उपस्थिति कम रही। इधर मार्च 2021 में दूसरी लहर आने के कारण कक्षा 1 से 10 तक की परीक्षाएं निरस्त कर दी गई। बच्चों को सीसीई, प्रोजेक्ट, यूनिट टेस्ट/, रिवीजन टेस्ट, अद्र्धवार्षिक, प्री-बोर्ड परीक्षा आदि के आधार पर कक्षोन्नति दी गई। इसके बाद माध्यमिक शिक्षा मंडल भोपाल ने प्रदेश के छात्रों द्वारा आर्जित अंकों में कटौती के लिए प्राचार्य को मजबूर कर दिया। मंडल की यह एक सोची समझी चाल है। वह ऐसा कर प्रदेश के 10 लाख बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने जा रहा है।
अंक में कटौती, सपनों को चूर करने जैसा
विधायक ने कहा कि म.प्र. शासन स्कूल शिक्षा विभाग ने अपने 16 मई 2021 को जारी आदेश में कक्षा 9वीं/11वीं का पूरे अंकों के आधार पर परिणाम घोषित करने को कहा है। साथ ही उच्च शिक्षा एवं तकनीकी शिक्षा में विद्यार्थियों द्वारा अर्जित किए गए अंकों के आधार पर परिणाम घोषित करने के निर्देश दिए है। तो फिर प्रदेश के 10 लाख कक्षा 10वीं के छात्रों ने क्या गुनाह किया है जो उनके द्वारा अर्जित अंकों में कटौती करने परिणाम घोषित करने की तैयारी की जा रही है। तो इन नौनिहालों के साथ ऐसा व्यवहार क्यों किया जा रहा है? विद्यार्थियों ने आयुक्त लोक शिक्षण के आदेश पर अद्र्धवार्षिक परीक्षा की कॉपियां स्कूल में और प्री-बोर्ड की कॉपियां घर पर लिखी हैं। उन्होंने जो अंक प्राप्त किए है उसमें कटौती करना क्या इनके मौलिक अधिकारों का हनन नहीं है। विधायक ने कहा है कि कोविड-19 की विभीषिका में लगभग 15 साल की उम्र के इन छात्र-छात्राओं ने संघर्ष करके अंक अर्जित किए हैं, पर माध्यमिक शिक्षा मंडल अपनी हठधर्मिता दिखा कर एक झटके में इनके सपनों को चूर करने जा रहा है जिस पर रोक लगाना अतिआवश्यक है।
विधायक ने इन्हें लिखा पत्र
बिजावर विधायक राजेश शुक्ला बबलू ने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, स्कूल शिक्षा सामान्य प्रशासन विभाग के राज्यमंत्री इंदर सिंह परमार, प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा एवं अध्यक्ष माध्यमिक शिक्षा मंडल भोपाल रश्मि अरूण शमी के अलावा अध्यक्ष, बाल संरक्षण आयोग भोपाल म.प्र., आयुक्त लोक शिक्षण भोपाल म.प्र., सचिव, माध्यमिक शिक्षा मंडल म.प्र. भोपाल, समस्त संयुक्त संचालक लोक शिक्षण संभाग म.प्र. और समस्त जिला शिक्षा अधिकारी म.प्र. को पत्र लिखकर आग्रह किया है कि वे प्रदेश के 10 लाख बच्चों की पुकार सुनें।