छतरपुर, संजय अवस्थी। बिजली कंपनी की वसूली और कुर्की की कार्यवाही से व्यथित होकर आत्महत्या करने वाले मातगुवां निवासी मुनेन्द्र राजपूत के परिवार का दुख बांटने के लिए शनिवार को बिजावर विधायक राजेश बबलू शुक्ला उनके घर पहुंचे। इस मौके पर उन्होंने परिवार को सांत्वना देते हुए अपनी ओर से 25 हजार रूपए की सहायता राशि दी और उनकी बेटियों को शिक्षित करने का संकल्प लिया।
विधायक बबलू शुक्ला ने इस अवसर पर परिवार की व्यथा सुनी। उन्हें बताया गया कि चक्की का संचालन करने वाले मुनेन्द्र राजपूत पर बिजली बिल का कर्ज इसलिए हो गया था क्योंकि परिवार की पिछली फसल खराब हो गई थी। परिवार ने बताया कि यदि बिजली कंपनी कुछ समय की मोहलत देती और अगर कुर्की की कार्यवाही न करती तो शायद मुनेन्द्र को यह आत्मघाती कदम न उठाना पड़ता। मुनेन्द्र के पिता घंसू राजपूत भी बिजली विभाग में कार्यरत रह चुके हैं। उन्होंने ने भी कर्ज चुकाने के लिए अपनी पेंशन से राशि काटने का प्रस्ताव बिजली कंपनी को दिया था इसके बावजूद बिजली कंपनी ने तानाशाहीपूर्ण रवैया अपनाया।
विधायक बबलू शुक्ला ने कहा कि कार्यपालन यंत्री आरके पाठक के कार्यकाल में कंपनी के कर्मचारी किसानों एवं आम नागरिकों को प्रताडि़त कर रहे हैं। वसूली के लिए उन पर जानलेवा दबाव बनाया जाता है। एक तरफ मुख्यमंत्री किसानों को संबल देने का प्रयास करते हैं तो वहीं दूसरी तरफ बिजली कर्मचारी उनके साथ बुरा व्यवहार करते हैं। विधायक ने कहा कि वे मुख्यमंत्री से मिलकर कार्यपालन अभियंता आरके पाठक सहित अन्य जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की मांग करेंगे एवं मृतक के परिवार को सहायता दिलाने का प्रयास करेंगे।