छतरपुर। मध्य प्रदेश के छतरपुर में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई को लेकर पुलिस और व्यापारियों के बीच तीखी नोंक झोंक हो गयी| व्यापारियों की ओर से की गई नारेबाजी से एक एसआई इतने भड़क गए कि सरेआम गालियां देते हुए गोली मारने की धमकी देने लगे, इतना ही नहीं जनता के टैक्स से वेतन पाने वाले एसआई यह कहते नजर आये कि मैं तुम्हारे बाप का नौकर नहीं| पुलिस व व्यापारियों के बीच बबाल की जानकारी लगने पर विधायक आलोक चतुर्वेदी व भाजपा के पूर्व जिलाअध्यक्ष पुष्पेन्द्र प्रताप सिंह मौके पर पहुंचे।
दरअसल, प्रशासन ने बुधवार को दिनभर मुख्य मार्ग पर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की। इसके बाद रात में बस स्टैंड की दुकानों के बाहर लगे टीनशेड व अन्य अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की। रात में बिना सूचना के कार्रवाई करने पर व्यापारी गुरुवार की सुबह 8.30 बजे बस स्टैंड पर धरने पर बैठ गए। जब बस स्टैंड पर व्यापारियो के हटाये गए अतिक्रमण से नाराज व्यापारी पुलिस प्रशासन मुर्दाबाद के नारे लगाने लगे तो कोतवाली में पदस्थ एस आई टीकाराम कुर्मी व्यापारियो पर भड़क गए ओर सरेआम गालियां देकर गोली मारने की धमकी देने लगे|
पुलिस ने आचार संहिता का हवाला देकर भीड़ एकत्र होने पर नाराजगी जताई ओर सब इंस्पेक्टर ने टीकाराम कुर्मी ने गोली मारने की धमकी देते हुए स्थानीय पार्षद सुरेन्द्र साहू को धकियाते हुए भीड़ से बाहर खींच लिया। जिसके बाद वहां भगदड़ मच गई। मुख्य मार्ग पर अतिक्रमण हटाने के बजाए प्रशासन बस स्टैंड पर कार्रवाई कर रहा है। व्यपारियों ने ये भी कहा कि कार्रवाई करनी ही थी, तो सूचना देकर करते तो व्यापारी भी सहयोग करते। व्यापारियों ने पुलिस द्वारा किए जा रहे अभद्र व्यवहार करने की भी शिकायत की गई। जिस पर विधायक ने अभद्र्ता करने वाले सब इंस्पेक्टर के खिलाफ कार्रवाई करवाने की बात कही। नेताओं के हस्तक्षेप के बाद प्रशासन और व्यापारियों के बीच बैठक के बाद कार्रवाई पर सहमति बनी, तब जाकर बबाव शांत हुआ।