हर हाल में रोकेंगे आदिवासियों का धर्मांतरण बोले धीरेंद्र शास्त्री, दिलाए तीन संकल्प, बनाएंगे हर मोहल्ले में हनुमान चालीसा बागेश्वर मंडल

सनातन धर्म का प्रचार करने के लिए हनुमान चालीसा बागेश्वर मंडल बनाया जाएगा। धर्मांतरण को रोकने का प्रयास किया जाएगा। धीरेन्द्र शास्त्री ने 108 आदिवासियों लड़कियों का विवाह करवाने की घोषणा भी की है।

Manisha Kumari Pandey
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Dhirendra Shastri Statement: रविवार को बागेश्वर धाम में आदिवासी जन जागृति सम्मेलन का आयोजन हुआ। इस दौरान धीरेन्द्र शास्त्री ने आदिवासियों के धर्मांतरण को रोकने के लिए कई घोषणाएं की। उन्होनें हर जिले, गाँव और मोहल्ले के लिए हनुमान चालीसा बागेश्वर मंडल बनाने का ऐलान किया है। साथ ही आदिवासी समुदाय के हजारों लोगों को सनातन धर्म से जुड़े रहने के लिए प्रेरित किया।

धीरेन्द्र शास्त्री ने कहा कि, “मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडिशा समेत कई राज्यों में ईसाई मिशनरियों या कुछ धर्म विरोधी ताकतों द्वारा जंगलों और गाँव में जाकर आदिवासियों का धर्मांतरण का मामला सामने आया है। यदि हमे हिन्दू राष्ट्र बनाना है तो हिंदुओं का धर्मांतरण रोकना होगा। आदिवासी हमारे परिवार से अभिन्न अंग हैं।”

आदिवासियों को दिलाए जाएंगे तीन संकल्प (Hanuman Chalisa Bagheshwar Mandal)

बागेश्वर बाबा ने कहा कि,”हम एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन करेंगे। जिसमें अलग-अलग जिले और राज्यों के आदिवासी भाई-बहनों को तीन संकल्प दिलाएंगे। पहला संकल्प हर हाल में धर्मांतरण की लड़ाई लड़ने का होगा। दूसरा संकल्प आदिवासी समाज को जागरूक करके शिक्षा पर जोर देने और हिन्दू धर्म का प्रचार करने का होगा।” उन्होनें कहा “गाँव और मोहल्ले में हनुमान चालीसा बागेश्वर मंडल बनाने का संकल्प भी दिलाएगा जाएगा। ताकि जब भी हिंदुतत्व को बचाने की जरूरत पड़े हनुमान चालीसा बागेश्वर मंडल के श्रद्धालु और सदस्य एक साथ सड़कों पर उतरने के लिए तैयार होंगे। इसमें आदिवासियों की अहम भूमिका होगी। क्योंकि वे धर्मांतरण का सॉफ्ट टारगेट हैं।”

108 आदिवासियों बेटियों का विवाह करवाएगा बागेश्वर धाम (Chhattarpur News) 

धीरेन्द्र शास्त्री ने कहा कि, “26 फरवरी को 251 हिन्दू बेटियों का विवाह करवाया जाएगा। जिसमें 108 आदिवासी बेटियों को शामिल करने का संकल्प लिया गया है। जिन लड़कियों के माता-पिता नहीं हैं, उनका रजिस्ट्रेशन करवाया जाएगा। विवाह का सारा खर्चा बागेश्वर धाम उठाएगा।” उन्होनें यह भी कहा कि, “पूरे देश के आदिवासी परिवारों को एक करेंगे। उन्हें हिन्दू होते हुए समाज से दूर और भारत से अलग हैं, ऐसा महसूस नहीं होने देंगें।”

 


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