MPLUN में चीन के नाम पर चींटिंग, EOW ने मंगाये मामले से जुड़े पेपर

Gaurav Sharma
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भोपाल डेस्क रिपोर्ट। लघु उद्योग निगम के माध्यम से कृषि विभाग में उपकरणों की सप्लाई के लिए फर्जी दस्तावेज लगाने का मामला ईओडब्ल्यू में पहुंच गया है। ईओडब्ल्यू ने इस मामले में शिकायत दर्ज कर लघु उद्योग निगम से मामले से जुड़े दस्तावेज मांगे हैं।

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23 जुलाई 2021 को मध्य प्रदेश लघु उद्योग निगम ने बोली संख्या 21035 ए के द्वारा किसान कल्याण और कृषि विकास विभाग मध्यप्रदेश सरकार द्वारा बनाई जा रही मिट्टी परीक्षण प्रयोगशालाओं के लिए मिट्टी परीक्षण उपकरणों की आपूर्ति हेतु निविदा आमंत्रित करने का नोटिस जारी किया था। इसमें लघु उद्योग निगम ने हलफनामे के माध्यम से दस्तावेजों की सत्यापित प्रतियां यानी मूल कैटलॉग और एनएबीएल प्रमाण पत्र मांगा था। इस मामले में शिकायत की गई कि मेसर्स आदित्य ट्रेडिंग इंदौर ने गलत तरीके से कैडलॉक और एनएबीएल लगा दिए और कई ऐसे दस्तावेजों को भी शामिल कर दिया जो चीनी निर्माताओं से संबंधित उत्पादों में दिखाई जाते हैं। इसके साथ हीइसके साथ ही मैसेज विजय सेल्स भोपाल नाम की कंपनी के द्वारा भी स्पेक्ट्रोफोटोमीटर की सूची जो किसी अन्य कंपनी से संबंधित है, के दस्तावेज जमा कर दिए गए हैं।


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पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है। इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।