मऊगंज में बीती रात हुई घटना को लेकर सीएम मोहन यादव ने कड़ी से कड़ी कार्रवाई की बात कही है। सोशल मीडिया पर किए गए पोस्ट में मुख्यमंत्री ने घटना के दौरान जवाबी कार्रवाई में जान गंवाने वाले ASI के प्रति संवेदनाएं भी व्यक्त की हैं। इसी के साथ सीएम ने आला अधिकारियों को पर्यवेक्षण के लिए भी निर्देशित किया है।
होगी कड़ी से कड़ी कार्रवाई
अपने पोस्ट के माध्यम से मुख्यमंत्री मोहन यादव ने यह स्पष्ट किया है कि घटना में जो भी आरोपी हैं, उन्हें किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। मुख्यमंत्री यादव ने पोस्ट में घटना को अमानवीय एवं दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए साफ शब्दों में कहा है कि “सभी आरोपियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई होगी।”

सीएम यादव ने किया सोशल मीडिया पर पोस्ट
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने मऊगंज के शाहपुर थाना क्षेत्र के गड़रा गांव में दो पक्षों के विवाद और फिर विवाद सुलझाने गई टीम पर गांववालों द्वारा किए गए हमले को दुर्भाग्यपूर्ण बताया। सीएम ने एएसआई रामचरण गौतम की मृत्यु पर भी दुख प्रकट किया। उन्होंने बताया कि घटना में घायल सभी लोगों को उपचार के लिए रीवा चिकित्सालय भेजा गया है।
धारा 163 लागू कर दिए आला अधिकारियों को निर्देश
सीएम ने अपने इस पोस्ट में इलाके में धारा 163 लागू करने की बात कही और आला अधिकारियों को आवश्यक निर्देश भी दिए। उन्होंने बताया कि इलाके में स्थिति अब पूरी तरह नियंत्रण में है। साथ ही, रीवा जोन के एडीजी के घटनास्थल पर पहुंचने की भी जानकारी दी।
DGP कैलाश मकवाना भी जाएंगे मऊगंज
मध्य प्रदेश के डीजीपी कैलाश मकवाना के भी मऊगंज जाने की खबर सामने आई है। हालांकि, स्थिति अब पूरी तरह नियंत्रण में है।
क्या थी पूरी घटना?
मऊगंज में बीती रात गड़रा गांव में दो पक्षों में विवाद हुआ। विवाद की जानकारी मिलते ही पुलिस बल और इलाके के अधिकारी जैसे ही गांव पहुंचे, गांववालों ने उन पर धारदार हथियार से हमला कर दिया। इस हमले में एएसआई गौतम की मौत हो गई।
हमले के बाद गांववालों ने तहसीलदार और एसडीओपी का घेराव किया। घटना के दौरान रंजन दुबे को भी बंधक बनाए जाने की खबर सामने आई। गांववालों द्वारा घेराव के बाद भारी पुलिस बल गांव में तैनात किया गया और धारा 163 लागू कर दी गई। फिलहाल, स्थिति सामान्य है।