Dabra News : मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही सरकार को अपनी मांगे पूरी कराने के लिए विभिन्न संगठनो के द्वारा चरणबद्ध तरीके से आंदोलन और धरने किए जा रहे है। इसी कड़ी में स्वास्थ्य विभाग की आशा-ऊषा कार्यकर्ताओं ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए डबरा एसडीएम कार्यालय पर पहुंचकर तहसीलदार को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा है।
एकता यूनियन की एक आशा कार्यकर्ता ने बताया कि पूरे मध्यप्रदेश में आशा कार्यकर्ता और आशा पर्यवेक्षकों द्वारा उनकी मुख्य मांगों को लेकर हड़ताल की जा रही है। जिसके चलते आज डबरा एसडीएम कार्यालय पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नाम ज्ञापन सौंपा जा रहा है उन्होंने बताया 15 मार्च से आज दिनांक तक आशा कार्यकर्ता और आशा पर्यवेक्षक ओ द्वारा हड़ताल जारी है लेकिन प्रदेश सरकार ने अब तक उनकी मांगों को लेकर कोई निर्णय नहीं लिया आशा कार्यकर्ताओं के द्वारा 2018 से मांगों को लेकर समय-समय पर मांगों को लेकर हड़ताल प्रदर्शन होता चला आ रहा है लेकिन अब तक सरकार ने उनकी समस्याओं पर ध्यान नहीं दिया।
आशा कार्यकर्ता द्वारा बताया गया कि वह महंगाई के हिसाब से वेतन वृद्धि की मांग कर रही हैं क्योंकि उन्हें जो ₹2000 दिए जाते हैं उनसे उनका गुजारा नहीं चलता साथ ही उन्होंने मध्य प्रदेश सरकार से मांग की है कि उन्हें शासकीय कर्मचारी का दर्जा दिया जाए क्योंकि वह सांस के सभी कार्य करती हैं तो उन्हें शासकीय कर्मचारी का दर्जा क्यों नहीं मिलता सरकार ने अगर आशा उषा कार्यकर्ता व पर्यवेक्षकों की मांगों पर ध्यान नहीं दिया तो वह अनिश्चितकालीन हड़ताल पर ऐसे ही बैठे रहेंगी।
डबरा तहसीलदार शिवदयाल धाकड़ बताया कि आशा उषा कार्यकर्ताओं द्वारा वेतन वृद्धि और अन्य मांगों को लेकर सरकार के नाम ज्ञापन सौंपा है जिसको विधिवत मध्य प्रदेश सरकार को राज्यपाल महोदय को उनके द्वारा भिजवाया जाएगा तथा शासन उनकी मांगों को लेकर सहानुभूति पूर्वक विचार करेंगे।
डबरा से अरुण रजक की रिपोर्ट