डबरा, अरुण रजक। किसानों की सरकार से लड़ाई मानो थमने का नाम नहीं ले रही। भारतीय किसान यूनियन अराजनीतिक के बैनर तले किसानों ने आज डबरा (dabra) के एसडीएम कार्यालय पर धरना दिया। जिसमें उन्होंने जय जवान जय किसान का नारा बुलंद करते हुए केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
बता दें कि किसानों ने अपनी मांग बताते हुए कहा कि पिछले साल जो लखीमपुर हादसे में अजय मिश्रा टहनी बीजेपी नेता व उनके बेटे ने अपनी कार से कुचलकर शहीद चार किसानों व एक पत्रकार की मौत हो गई थी उनके परिवारों को अभी तक कोई न्याय नहीं मिला उनके परिवार वाले अभी तक न्याय के लिए दर-दर भटक रहे हैं। जबकि मुख्य साजिशकर्ता के दोषियों को मंत्रिमंडल से बर्खास्त उन्हें जेल भेजा जाए।
साथ ही किसानों ने आगे मांग की मृतकों के परिजनों को नौकरी दी जाए और जो किसान पिछले 3 साल से जेल में बंद है उनके साथ न्याय कर उन्हें रिहा किया जाए। किसानों ने कहा कि हमारे द्वारा प्रशासन को अवगत कराने के बाद भी उनका ज्ञापन लेने के लिए कोई प्रशासनिक अधिकारी वहां मौजूद नहीं है इस बीच अगर कोई प्रशासनिक अधिकारी उनका ज्ञापन लेने एसडीएम कार्यालय पर नहीं पहुंचा तो वह वहां बैठकर धरना प्रदर्शन करते रहेंगे।
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Amit Sengar
मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है।
वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”