Dabra News : ग्वालियर जिले के भितरवार थाना क्षेत्र में खेत में काम कर रहे एक 15 वर्षीय नाबालिग की मौत हो गई , बताया जा रहा है कि बच्चा खेत में गेहूं काटने वाली मशीन (थ्रेसर) पर काम कर रहा था तभी उसका हाथ मशीन में आ गया और खेत मालिक उसे सिविल अस्पताल में छोड़कर भाग गया जहाँ डॉक्टर्स ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया।
भितरवार थाना क्षेत्र के अंतर्गत शक्ति का पुरा में 15 वर्षीय बालक प्रिंस बाथम की दर्दनाक मौत हो गई। मृतक के भाई प्रमोद मांझी ने खेत मालिक पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए बताया कि गांव में ही रहने वाले डॉक्टर अशोक राजोरिया बालक को घर से बुलाकर ले गए और गेहूं निकालने की मशीन पर काम पर लगा दिया, जब बालक काम कर रहा था तभी थ्रेसर मशीन में गेहूं का पूरा डालते समय उसका हाथ मशीन में आ गया और नाबालिग बालक की मौत हो गई।
मृतक की नानी ने बताया कि मृतक लड़का 6 माह की उम्र से ही उनके साथ रहता था जब श्याम को वह गांव में ही भंडारा खाने के लिए गई तभी अशोक राजोरिया लड़के को खेत पर काम करने के लिए बुला कर ले गया और उन्होंने सुबह सूचना मिलने पर डबरा सिविल हॉस्पिटल आकर देखा तो लड़का मृत पाया।
सबसे खास बात तो यह है जब रात को बालक की मौत हुई और जिस व्यक्ति के खेत में बालक मशीन पर काम कर रहा था वह लोग रात को मृतक 15 वर्षीय बालक प्रिंस बाथम का शव लेकर सिविल अस्पताल डबरा में छोड़कर मौके से फरार हो गया, पीड़ित परिवार सिविल अस्पताल में बैठा हुआ है।
सबसे बड़ी बात यह है कि सरकार की रोक लगाने के बावजूद भी नाबालिक बच्चों से श्रम कार्य कराने का सिलसिला नहीं थम रहा आखिरकार इस घटना का जिम्मेदार कौन है? क्योंकि देश प्रदेश में कई जगह ऐसी हैं जहां अभी भी नाबालिग बच्चों से श्रम कार्य कराये जाते हैं और प्रशासन ऐसे मामलों को अनदेखा कर देता है।
भितरवार थाना पदस्थ उप निरीक्षक रामदयाल बैरागी ने बताया कि मृतक बच्चा नाबालिग था जिसकी उम्र लगभग 15 वर्ष बताई जा रही है जो कि गांव में ही रहने वाले एक व्यक्ति अशोक राजोरिया के खेत पर रात में गेहूं निकलवाने के लिए गया था उसी वक्त थ्रेसर में हाथ फसने के कारण मृतक लड़के की मौत हो गई मामले की सूचना मिलते ही पुलिस डबरा सिविल हॉस्पिटल पहुंची और शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है और पोस्टमार्टम के बाद जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी।
डबरा से अरुण रजक की रिपोर्ट