Dabra News : सरकार ने मवेशियों के लिए चरनोई भूमि का नियम बनाया है, जिसमें उगने वाले चारे को मवेशी खाकर पेट भरें तथा उन्हें खाने की तलाश में इधर-उधर न भटकना पड़े। लेकिन डबरा तहसील के क्षेत्र ग्राम सालवई में शासकीय चरनोई भूमि पर भू-माफिया के लोग लंबे समय से अवैध कब्जा किए हैं। जिसके कारण मवेशी चारे की तलाश खेतों में घुसकर किसानों की फसल को नुकसान पहुंचा रहे हैं।
यह है मामला
बता दें कि मंगलवार को जनसुनवाई में ग्राम सालवई के हरि सिंह जाटव ने जानकारी देते हुए बताया कि वह एक किसान हैं और उनके पास कई पालतू पशु हैं जोकि अपने पशुओं को शासकीय गौचर भूमि पर घास चरने के लिए ले जाते थे लेकिन ग्राम में ही रहने वाले जानकी प्रसाद जाटव द्वारा 20 बीघा जमीन पर कब्जा करके खेती की जा रही है। अब पशुओं के चरने के लिए कोई जगह ही नहीं रही। जिसकी शिकायत आज एक बार फिर की है। जबकि उनका कहना है कि इस मामले की शिकायत लगभग 15 बार डबरा तहसीलदार और एसडीएम के समक्ष की है और यहाँ तक कि ग्वालियर कलेक्टर को भी ज्ञापन दिया है मगर आज दिनांक तक कोई भी कार्रवाई नहीं हुई है।
दबंगों के कब्जे से मुक्त कराने की मांग
फरियादी ने कहा कि लगभग 20 बीघा शासकीय गौचर जमीन पर ग्राम के ही कुछ दबंगों ने गांव के सरपंच से मिलकर कब्जा कर रखा है जिसके कारण ग्राम में जो पालतू पशु हैं उन्हें ग्रामवासी कहां ले जाएं उनके लिए घास चरने की कोई जगह ही नहीं बची। आखिर प्रशासन उनकी गुहार क्यों नहीं सुनता। आगे बता ने गांव के सरपंच पर आरोप लगाते हुए कहा कि गांव का सरपंच इस मामले में उनका साथ भी नहीं देता क्योंकि सरपंच भी उन लोगों से मिला हुआ है और हिस्सा लेता है। अब ग्रामीणों ने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई के साथ गोचर भूमि को दबंगों के कब्जे से मुक्त कराने की मांग की है।
डबरा से अरुण रजक की रिपोर्ट