प्रेमिका की जान लेने के बाद स्वयं को गोली मारने के मामले में परिजनों ने शव को रखकर लगाया जाम

Amit Sengar
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Dabra News : भितरवार के मोहनगढ़ में बीते दिनों प्रेमिका की हत्या के बाद खुद गोली मारने के मामले में एक नया मोड़ आ गया। परिजनों ने आज सोमवार को मामले से संबंधित लेटर और युवक-युवती के साथ के फोटो पुलिस को उपलब्ध कराए। बाद में परिजन युवक का शव लेकर थाने पहुंचे जहां लड़की पक्ष पर मामला दर्ज कराने की मांग रखी। जब पुलिस ने उनकी नहीं सुनी तो उन्होंने भितरवार करैरा मार्ग पर शव रखकर चक्का जाम कर दिया लगभग 2 से ढाई घंटे यह हंगामा चलता रहा बाद में एसडीओपी के जांच के आश्वासन देने के बाद मामला शांत हुआ और शव लेकर चले गए।

यह है मामला

गौरतलब है कि 24 तारीख को मोहनगढ़ में रहने वाले 27 वर्षीय युवक पवन जाटव ने घर के सामने ही रहने वाली युवती मालती चौहान को अपने घर पर बुलाकर गोली मार दी थी। जिस पर युवती की मौके पर ही मौत हो गई थी वही पवन गंभीर रूप से घायल हो गया था। जिसे ग्वालियर में इलाज के लिए भेज दिया गया था जहां इलाज के दौरान युवक की मौत हो गई थी। जिसके बाद सोमवार को मृतक के परिजन शव को लेकर भितरवार थाने पहुंच गए और लड़की पक्ष पर हत्या का मामला दर्ज कराने की मांग करने लगे इस दौरान हंगामा को बढ़ते देख जब प्रशासनिक अधिकारियों ने मृतक के परिजनों को बहुत समझाया लेकिन मृतक की परिजन अपनी मांगों पर अडे रहे।

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प्रेमिका की जान लेने के बाद स्वयं को गोली मारने के मामले में परिजनों ने शव को रखकर लगाया जाम प्रेमिका की जान लेने के बाद स्वयं को गोली मारने के मामले में परिजनों ने शव को रखकर लगाया जाम

उनका कहना था कि दूसरे पक्ष ने उन पर हत्या का आरोप लगाया जिस पर वह भी उन पर हत्या का मामला दर्ज कराएंगे तो आखिर पुलिस उनकी क्यों नहीं सुन रही जब पुलिस ने उनकी नहीं सुनी तो उन्होंने मृतक के शव को लेकर भितरवार के मुख्य मार्ग पर शव रखकर जाम लगा दिया और काफी समय तक यह हंगामा निरंतर चलता रहा जिससे आने जाने वाले राहगीरों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ा। स्थिति को बिगड़ते देख पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे और मृतक के परिजनों को जांच का आश्वासन दिया और लोगों को समझाया जिस पर परिजन मृतक का शव लेकर वापस लौटे।
डबरा से अरुण रजक की रिपोर्ट


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मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है।वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”

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