RBI की बड़ी कार्रवाई, इन 2 बैंकों पर ठोका लाखों का जुर्माना, एक फाइनेंस कंपनी पर भी गिरी गाज, ये है वजह, पढ़ें पूरी खबर 

आरबीआई ने IPPB और एक स्मॉल फाइनेंस बैंक के खिलाफ सख्त कार्रवाई की है। एक NBFC पर भी मौद्रिक जुर्माना लगा है। आइए जानें केन्द्रीय बैंक ने यह कदम क्यों उठाया और ग्राहकों पर भी असर पड़ेगा?

Manisha Kumari Pandey
Published on -

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) देशभर में सभी बैंकिंग और नॉन बैंकिंग वित्तीय संस्थानों को रेगुलेट करता है। नियमों को लेकर अक्सर सख्त कार्रवाई करता है। अब इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक और इक्विटस स्मॉल फाइनेंस बैंक के खिलाफ आरबीआई ने एक्शन लिया है।

केन्द्रीय बैंक ने इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक (IPPB) पर 26.70 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है। दिशानिर्देशों में अनदेखी करने पर इक्विटस स्मॉल फाइनेंस बैंक (Equitas Small Finance Bank) पर 65 लाख रुपये का मौद्रिक जुर्माना लगाया गया है। इसके अलावा अप्टस फाइनेंस इंडिया प्राइवेट लिमिटेड पर आरबीआई ने 3.10 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है।

MP

कंपनी ने किया इन नियमों का उल्लंघन

अप्टस फाइनेंस इंडिया प्राइवेट लिमिटेड ने प्रबंधन में बदलाव करने से पहले आरबीआई से पूर्व लिखित अनुमति नहीं ली है। जिसके कारण स्वतंत्र निदेशकों को छोड़कर इसके 30% निदेशक बदल गए। निदेशकों की नियुक्ति की सूचना से संबंधित पत्राचार से निर्देशों के अनुपालन में खामियों का पता चला, जिसके बाद केन्द्रीय बैंक ने कारण बताओ नोटिस जारी किया है। जांच के बाद जुर्माना लगाने का फैसला लिया गया।

बैंकों के खिलाफ आरबीआई ने क्यों उठाया सख्त कदम?

आईपीपीबी ने ग्राहकों की सहमति के बिना कुछ बचत बैंक खातों को अपग्रेड किया। खातों के अपग्रेडेशन के बाद वार्षिक शुल्क भी लगाया है। आरोपों की पुष्टि होने के बाद आरबीआई ने जुर्माना लगाने का निर्णय लिया। इक्विटस स्मॉल फाइनेंस बैंक ने व्यवसाय के अलावा अन्य उद्देश्यों के लिए व्यक्तिगत उधारकर्ताओं की स्वीकृति कुछ फ्लोटिंग रेट टर्म लोन पर फौजदारी शुल्क लगाया। 1.6 लाख रुपये तक की राशि वाले कुछ लोन के लिए कॉलेटरल सिक्योरिटी प्राप्त की। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की यह कार्रवाई नियमों के अनुपालन में कमियों पट आधारित है। ग्राहकों के बीच हो रहे लेनदेन या समझौते पर इसका प्रभाव नहीं पड़ेगा।

 


About Author
Manisha Kumari Pandey

Manisha Kumari Pandey

पत्रकारिता जनकल्याण का माध्यम है। एक पत्रकार का काम नई जानकारी को उजागर करना और उस जानकारी को एक संदर्भ में रखना है। ताकि उस जानकारी का इस्तेमाल मानव की स्थिति को सुधारने में हो सकें। देश और दुनिया धीरे–धीरे बदल रही है। आधुनिक जनसंपर्क का विस्तार भी हो रहा है। लेकिन एक पत्रकार का किरदार वैसा ही जैसे आजादी के पहले था। समाज के मुद्दों को समाज तक पहुंचाना। स्वयं के लाभ को न देख सेवा को प्राथमिकता देना यही पत्रकारिता है।अच्छी पत्रकारिता बेहतर दुनिया बनाने की क्षमता रखती है। इसलिए भारतीय संविधान में पत्रकारिता को चौथा स्तंभ बताया गया है। हेनरी ल्यूस ने कहा है, " प्रकाशन एक व्यवसाय है, लेकिन पत्रकारिता कभी व्यवसाय नहीं थी और आज भी नहीं है और न ही यह कोई पेशा है।" पत्रकारिता समाजसेवा है और मुझे गर्व है कि "मैं एक पत्रकार हूं।"

Other Latest News