साफ दिखे जूस के बॉटल में कीड़े, फिर भी कार्यवाही नहीं जांच! प्रशासन के एक्शन पर खड़े हुए सवाल, कहीं ‘जूस में कुछ काला तो नहीं’

आखिरकार किसके संरक्षण में शहर के मासूम लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है और मामले सामने आने के बाद ही क्यों संबंधित विभाग कार्रवाई करने पर मजबूर होता है क्यों विभाग ऐसे मामलों पर निरंतर कार्रवाई नहीं करता।

Amit Sengar
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Dabra News : रसायनिक पदार्थो के मिश्रण से बनी शीतल पेय के रूप में अमानक स्तर के फ्रूट ड्रिंक में लोगों को बीमारियां परोसी जा रही है। ऐसा ही मामला मध्य प्रदेश के ग्वालियर जिले की डबरा तहसील से आ रहा है। जहाँ फ्रूट ड्रिंक (जूस के बॉटल) में कीड़े होने की वजह से उसे पीने के कारण एक 2 साल का मासूम बच्चा और एक आदमी बीमार हो गया हैं। जिसका अस्पताल में इलाज भी चल रहा है। लेकिन वहीं मासूम बच्चे की हालत गंभीर बताई जा रही है।

आपको बता दें कि शहर में इन दिनों धड़ल्ले से अमानक स्तर के फ्रूट ड्रिंक बेचे जा रहे है। जहां चंद्रास कंपनी की लीची फ्लावर फ्रूट ड्रिंक में कीड़े होने की वजह से उसे पीने के कारण एक 2 साल का मासूम बच्चा और एक आदमी बीमार हो गया हैं। वहीं बच्चे के पिता सुमित श्रीवास्तव निवासी बल्ला का डेरा ने इसकी शिकायत पुलिस, एसडीएम और अपर कलेक्टर को भी की। जिसे संज्ञान में लेकर अपर कलेक्टर के निर्देशन पर तहसीलदार विनीत गोयल और फूड विभाग की संयुक्त टीम ने डिस्ट्रीब्यूटर राजकमल ट्रेडर्स और दुकान संचालक के विरुद्ध छापा मार कार्रवाई की है और राजकमल ट्रेडर्स से लीची फ्रूट ड्रिंक के सैंपल भी लिए हैं। जिन में साफ तौर पर सील पैक बोतलों में कीड़े तैरते नजर आ रहे थे जो कि मीडिया के कमरे में भी कैद हो गए हैं फिलहाल सैंपलों को जांच के लिए लेबोरेट्री में भेजा गया है।

अब सवाल यह पैदा होता है कि आखिरकार किसके संरक्षण में शहर के मासूम लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है और मामले सामने आने के बाद ही क्यों संबंधित विभाग कार्रवाई करने पर मजबूर होता है क्यों विभाग ऐसे मामलों पर निरंतर कार्रवाई नहीं करता। अब देखना यह होगा कि साफ तौर पर बोतलों में कीड़े नजर आने के बाद भी विभाग दुकान संचालक डिस्ट्रीब्यूटर और इस तरह की ड्रिंक बनाने वाली फैक्ट्री पर क्या कुछ कार्रवाई करता है क्योंकि अगर इस मामले पर कोई कार्रवाई नहीं की जाती है तो साफ तौर पर इस बात का अंदाजा लगाया जा सकता है कि डिस्ट्रीब्यूटर, फैक्ट्री मालिक और प्रशासन की मिली भगत के कारण ही लोगों के स्वास्थ्य से यह खिलवाड़ किया जा रहा है।

वहीं पीड़ित बच्चे के पिता ने बताया कि उसने बल्ला के डेरा पर स्थित एक दुकान से लीची फ्रूट ड्रिंक की बोतल खरीदी थी जिसे अपने 2 साल के मासूम बच्चे को पिलाया जिसको पीने के बाद से ही उसका बच्चा बुरी तरह से बीमार हो गया और जब उसकी अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट आई तो उसमें साफ तौर पर बच्चे के पेट में इंफेक्शन बताया गया बच्चे की हालत दिन पर दिन बिगड़ती जा रही है जिसकी शिकायत उन्होंने डबरा सिटी थाना,डबरा एसडीएम और अपर कलेक्टर से भी की है और न्याय की गुहार लगाई है।

वहीं कार्रवाई करने गई टीम के खाद्य विभाग अधिकारी सतीश शर्मा ने बताया कि शिकायत मिलने के बाद उनके द्वारा दुकान संचालक और डिस्ट्रीब्यूटर राजकमल ट्रेडर्स पर कार्रवाई की है जिसमें से उन्होंने लीची फ्रूट ड्रिंक के कुछ सैंपल भी लिए जिनको जांच के लिए भेजा गया है जांच के बाद जो भी रिपोर्ट आएगी उस पर से डिस्ट्रीब्यूटर और प्रोडक्ट बनाने वाली कंपनी पर उचित कार्रवाई की जाएगी।

डबरा से अरुण रजक की रिपोर्ट


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मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है।वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”

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