Gwalior News : बार बार समझाइश देने के बाद भी लोग साइबर ठगों के जाल में फंस रहे हैं और अपनी जमा पूंजी गंवा रहे हैं, ग्वालियर पुलिस के पास एक ऐसा ही मामला फिर सामने आया है जिसमें साइबर ठगों ने एक आयुर्वेदिक डॉक्टर को अपना शिकार बनाकर तीन दिन तक डिजिटल अरेस्ट रखा और बड़ी ही चालाकी से 21 लाख रुपये ठग लिए, ठगी का अहसास होने के बाद डॉक्टर ने साइबर क्राइम ब्रांच में मामला दर्ज कराया है, पुलिस आरोपियों तक पहुँचने पर प्रयास कर रही है।
ग्वालियर के गोला का मंदिर थाना क्षेत्र के हनुमान नगर में रहने वाले मुकेश शुक्ला आयुर्वेदिक डॉक्टर है। उनके मोबाइल पर 29 नवंबर की सुबह एक कॉल आया। कॉल करने वाले ने बताया कि वह आईटी कंपनी से बोल रहे हैं उनके नाम पर चल रही महालक्ष्मी ट्रांसपोर्ट कंपनी पर 9 लाख 40 हजार 44 रुपए की रिकवरी निकली है। इतना सुनते ही डॉक्टर शुक्ला ने कहा महालक्ष्मी ट्रांसपोर्ट कंपनी से उनका कोई वास्ता नहीं है, कॉल करने वाले ने बताया कि कंपनी तो आपके आधार नंबर पर ही बनी है।
कॉल करने वाले ने डॉक्टर को ऐसे दिया झांसा
जब डॉक्टर शुक्ला ने फिर कहा कि उसका कोई सम्बन्ध नहीं है तो कॉल करने वाले ने कहा कि लगता है कि आपका आधार कार्ड का गलत उपयोग किया गया है। उसने सलाह दी कि आप पुलिस मुख्यालय दिल्ली में दो घंटे में शिकायत कर दीजिये। उसने ये भी कहा कि यदि वो शिकायत नहीं करेंगे तो पुलिस उन्हें गिरफ्तार कर सकती इतना सुनते ही बुजुर्ग डॉक्टर घबरा गया। डॉक्टर ने कहा कि वह ग्वालियर में हूं और दो घंटे में दिल्ली कैसे पहुंच सकता हूँ ये सुन कॉल करने वाले दिल्ली पुलिस में ऑनलाइन एफआईआर में मदद करने के लिए वादा किया।
जाल में फंसाने दिया मदद का भरोसा
डॉक्टर की बातें सुनकर ठग को समझ आ गया कि ये उनके जाल में फंस गया है उसने डॉक्टर को अजय शर्मा नामक व्यक्ति का नंबर दिया और कहा ये सब इंस्पेक्टर हैं आप इनसे बात कर लो ये आपकी मदद कर देंगे, झांसे में आये डॉक्टर ने कॉल लगाया जिसके बाद अजय शर्मा नमक व्यक्ति ने डॉक्टर के आधार नंबर बताकर कह इसपर मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज हुआ है, उसने कहा कि सीबीआई ने कुछ दिन पहले एक रेड की थी वहां से आपका आधार नंबर मिला।
पहले SI फिर कराई कथित CBI अफसर से बात
अजय शर्मा नामक व्यक्ति ने डॉक्टर का फोटो लगा आधार कार्ड वीडियो कॉल पर दिखाया और वारंट भी दिखाया ये सब देखकर डॉक्टर के होश उड़ गए, उसने डॉक्टर को सहयोग की बात का दिलासा देते हुए CBI अधिकारी प्रवीण सूद से बात कराई। कथित सीबीआई अधिकारी ने भी गिरफ्तारी के नाम डराया फिर मदद का आश्वासन दिया। CBI अधिकारी ने कहा कि फ्रॉड करने वाले आपके पीछे पड़े हैं वह आपके अकाउंट को ऑपरेट कर रहे हैं। यदि आप निर्दोष हो तो हम आपकी मदद करेंगे।
बातों में आ चुके डॉक्टर से ट्रांसफर कराये 21 लाख रुपये
ठगों ने पूरी तरह डिजिटल अरेस्ट हो चुके डॉक्टर मुकेश शुक्ला से आप अपने एकाउंट में जमा पैसा हमें ट्रांसफर कर दीजिये यदि आप निर्दोष साबित होते हैं तो हम आपके एकाउंट में ही उसे ट्रांसफर कर देंगे, बातों में आ चुके डॉक्टर ने RTGS कर 21 लाख रुपए ट्रांसफर कर दिए। वे तीन दिन तक डॉक्टर से बात कर उसे डराते रहे फिर मोबाइल बंद कर दिया।
साइबर क्राइम ब्रांच ने दर्ज किया ठगी का मामला
मोबाइल बंद हो जाने से परेशान डॉक्टर ने अपने एक परिचित को बताया कि वह अभी पुलिस की निगरानी में है और गिरफ्तारी से बचा है, डॉक्टर की बात सुनकर परिचित को शंका हुई और कहा कि तुम्हारे साथ ठगी हुई है। हिम्मत कर डॉक्टर साइबर सेल पहुंचे और शिकायत की। क्राइम ब्रांच थाना प्रभारी अजय पंवार ने डॉक्टर मुकेश शुक्ला से पूरा घटनाक्रम समझा और उनकी शिकायत दर्ज कर भरोसा दिया है कि जल्दी ही आरोपियों की गिरफ़्तारी की जाएगी।
ग्वालियर से अतुल सक्सेना की रिपोर्ट