Dabra News : बैंक से पैसे निकालने गए वृद्ध से चोरों ने उड़ाए 80 हजार रुपये, आरोपी गिरफ्तार

Amit Sengar
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Dabra News : पिछोर स्थित एसबीआई बैंक में लोन के 80 हज़ार रुपए निकालने पहुंचे एक ग्रामीण के पैसे अज्ञात चोर उस समय चुरा ले गया। जब वह बस स्टैंड पर हैंडपंप से पानी पी रहा था। पुलिस ने बैंक और सड़कों पर लगे सीसीटीवी के आधार पर चोर की शिनाख्त की और उसे दतिया से गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त कर ली।

यह है मामला

आपको बता दें कि गिजौर्रा थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले ग्राम नहाटोली निवासी महेश पुत्र लाल सिंह करण उम्र 53 वर्ष ने पुलिस को बताया कि 13 तारीख को वह पिछोर स्थित एसबीआई बैंक में गया था। उसे पैसों की आवश्यकता थी। इसलिए बैंक से 80 हज़ार रुपए निकलवाए। बैंक से निकाले 80 हज़ार रुपए व बैंक का स्टेटमेंट की फोटो कॉपी, आधार कार्ड आदि डाक्यूमेंट्स लेकर जब पिछोर बस स्टैंड पर पहुंचा और बस का इंतजार करने लगा। उसी दौरान प्यास लगने के कारण सड़क किनारे लगे हैंडपंप पर पानी पीने लगा और उस थैले को जिसमें 80 हज़ार रुपए रखे थे। जिसे बगल में रख दिया। जैसे ही पानी पीकर उठा तो देखा थैला गायब था। वृद्ध ने आसपास कई जगह देखा पर कुछ नहीं मिला तो मामले की सूचना पिछोर पुलिस को दी गई।

Dabra News : बैंक से पैसे निकालने गए वृद्ध से चोरों ने उड़ाए 80 हजार रुपये, आरोपी गिरफ्तार

मामले की गंभीरता को देखते हुए पिछोर एसओ जीतेश शिवहरे पुलिस बल के साथ एसबीआई बैंक पहुंच गए और बैंक के अंदर लगे सीसीटीवी को देखना प्रारंभ किया। सीसीटीवी में एक व्यक्ति जो चेक की शर्ट और गुलाबी कलर का लोअर पहने हैं। वह संदिग्ध तौर पर नजर आया जो वृद्ध की रेकी कर रहा था। बाद में पुलिस ने सड़क पर लगे सीसीटीवी को भी देखा तो वह व्यक्ति लगातार पुलिस की नजर में आया। पुलिस ने उसकी पहचान के प्रयास किए तो उसकी पहचान प्रकाश नगर दतिया निवासी युवक अनुज पुत्र करेला मोगिया के रूप में हुई। मौके पर पहुंची पुलिस ने दबिश दी तो अनुज को गिरफ्तार कर लिया है और उससे चोरी किए गए रुपए भी बरामद कर लिए हैं। इस पूरी कार्रवाई में आरक्षक राकेश, अजय,आरिफ़ ख़ान,अभिनव श्रीवास्तव,सीताराम ,जयकांत की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
डबरा से अरुण रजक की रिपोर्ट


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मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है।वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”

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