Dabra News : सेंट पीटर स्कूल को लेकर विहिप ने एसडीएम को सौंपा ज्ञापन, उठाए कई सवाल

Amit Sengar
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Dabra News : बीते दिनों डबरा के सेंट पीटर स्कूल मान्यता ना होने, जमीन का डायवर्सन ना होने जैसी अनियमिताओं के कारण भोपाल से आई महिला बाल आयोग की टीम और डबरा एसडीएम के निर्देश अनुसार स्कूल को सील करवा दिया गया था। इसके बाद भी कई हिंदू संगठनों ने स्कूल चलने की जानकारी देते हुए विरोध जताया था।

जब इस बारे में शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों से जानकारी लेने की कोशिश की गई तो उनका कहना है कि स्कूल को लगभग 5,00,000 से ऊपर की पेनल्टी चुकाने के बाद ही खुलवाया गया है। साथ ही उनका यह भी कहना है कि स्कूल जिनके द्वारा सील किया गया था उन्हीं के द्वारा खुलवाया गया है।

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ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि जिन कमियों के कारण स्कूल को तुरंत सील कर दिया गया था। क्या वह स्कूल द्वारा पूरी कर ली गई है? और अगर पूरी कर ली गई हैं तो इतनी जल्दी सारी कमियां पूरी कैसे हो गईं? जिसका अभी पूरी तरह खुलासा नहीं हो पाया है।

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इसी के संबंध में आज विश्व हिंदू परिषद द्वारा डबरा एसडीएम को ज्ञापन सौंपा गया। जिसमें उन्होंने स्कूल में मिली कमियों के संबंध में स्कूल को पूरी तरह बंद करने की मांग रखी। उन्होंने कहा कि ऐसी संस्थाएं छात्रों को धर्म से भटकाने का कार्य करती हैं। इस पर प्रशासन गौर करें और इसका निवारण जल्द से जल्द किया जाए अन्यथा हिंदू विश्व परिषद और अन्य हिंदू संगठन इस मुद्दे को लेकर सड़कों पर उतरेंगे।

साथ ही विगत दिनों स्कूल के संबंध में डबरा एसडीएम को स्कूल के छात्रों के परिजनों के द्वारा स्कूल खोलने का ज्ञापन भी दिया गया था। जिसमें एक व्यक्ति ने साफ तौर पर डबरा एसडीएम महोदय से कहा था कि वह बजरंग दल का अध्यक्ष होने के नाते स्कूल खोलने की अपील कर रहे हैं। हालांकि, विश्व हिंदू परिषद के जिला अध्यक्ष दीपक भार्गव का कहना है कि जो भी व्यक्ति बजरंग दल के नाम से स्कूल के पक्ष में आने की यह बात कह रहे हैं वह आज से संगठन से बाहर हैं।
डबरा से अरुण रजक की रिपोर्ट


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मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है।वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”

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