डबरा, सलिल श्रीवास्तव। ग्वालियर जिले के डबरा पुलिस स्टेशन में बलात्कार का क्रॉस केस कायम हुआ है। मामले की फरियादी दोनों महिलाओं ने एक दूसरे के पति पर बलात्कार करने का आरोप लगाया है। अब इस मामले में पुलिस तहकीकात करने की बात कर रही है।
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जानकारी के अनुसार, डबरा में रहने वाली 28 वर्षीय महिला ने पति के साथ आकर थाने में शिकायत की कि 16 मई को जब वह घर पर अकेली थी उसी दौरान घर के सामने रहने वाला कल्ला कडेरे और उसका साथी मानसिंह बाइक लेकर आया और उसने बताया कि उसके पति का एक्सीडेंट हो गया है। महिला घबरा गई और दोनों के साथ बाइक पर सवार होकर अस्पताल के लिए रवाना हो गई। रास्ते में सुनसान इलाका देखकर दोनों ने उसके साथ में बलात्कार किया और उसे छोड़कर भाग गए।
इसके बाद दोनों आरोपी ब्लैकमेल करते रहे और जान से मारने की धमकी देकर और समाज में बदनाम करने की बात कहते रहे। पुलिस ने इस रेप मामले की FIR दर्ज की ही थी कि इस मामले के आरोपी की पत्नी ने पहले मामले की फरियादी की पति जितेंद्र पर आरोप लगा दिया कि 29 मई को जब घर पर अकेली थी तो पास में रहने वाला जीतेंद्र कुशवाहा उसके घर में आ गया और विरोध करने पर उसे जान से मारने की धमकी दी और दुष्कर्म किया। साथ ही उसके अश्लील चित्र भी ले लिए। इसके बाद आरोपी से लगातार दुष्कर्म करता रहा।
डबरा की पुलिस ने इस मामले मे भी रेप FIR दर्ज कर ली।हैरत की बात यह है कि इन दोनों मामलों में आरोपी फरियादी महिलाओं के पति हैं। सवाल यह है कि जब पहले मामले में रेप का मामला दर्ज हो चुका था तो पुलिस ने आखिरकार उसी मामले के आरोपी की पत्नी के आरोप पर एफ आई आर दर्ज कैसे कर ली। आमतौर पर देखा जाता है कि एफ आई आर कराने के लिए फरियादी थानों पर दर-दर भटकते रहते हैं। लेकिन इस अति संवेदनशील मामले में पुलिस ने जितनी तत्परता दिखाई है उससे साफ दिखाई देता है कि दाल में कुछ काला जरूर है। अब यह तो सही बात है कि जिस महिला के साथ बलात्कार हुआ अगर उसके पति पर भी बलात्कार की एफ आई आर दर्ज हो जाएगी तो फिर वह किस तरह से न्याय पा पाएगी।
यह अपने आप में बड़ा सवाल है। संभवत यह पहला मामला है जब रेप के केस में क्रॉस मामला कायम हुआ हो। पुलिस अधीक्षक अमित सान्घी इस मामले में जांच करने की बात कह रहे हैं लेकिन जांच तो तब होनी थी जब दूसरी पीड़िता ने FIR के लिए आवेदन दिया था। अब देखने वाली बात यह है कि इन दोनों में सही किसने बोला है क्योंकि पहला बलात्कार का मामला दर्ज होने के बाद दूसरा मामला दर्ज होना पुलिस की कार्रवाई पर भी सवाल खड़े करता है कि आखिरकार कैसे पुलिस ने एफ आई आर दर्ज कर ली जब पहली एफ आई आर दर्ज हो चुकी थी।