Dabra Fire Accident : डबरा के मुख्य बाजार सुभाष गंज में ओवर ब्रिज के नीचे लगी दुकानों में देर रात भीषण आग लग गई। जिसमें लाखों रुपए का सामान जलकर खाक हो गया। बता दें कि अचानक आग लगने से लगभग 16 से 17 गुमटी जलकर खाक हो गई। जिसमें कपड़े की दुकान, जूते चप्पल की दुकान सहित सब्जी की दुकान और बर्तनों की दुकानें भी शामिल है। इधर, घटना की सूचना मिलते ही दुकानदारों ने नगर पालिका और पुलिस को सूचित किया। वहीं, सूचना मिलते ही नगर पालिका उपाध्यक्ष सत्येंद्र दुबे, पार्षद जयेंद्र गुर्जर नगर पालिका के स्वास्थ्य अधिकारी मुकेश अरन मौके पर पहुंचे और फायर ब्रिगेड की गाड़ी बुलाई। फायर ब्रिगेड कर्मियों ने कड़ी मेहनत के बाद आग पर काबू पाया।
फायर ब्रिगेड को दी सूचना
ओवर ब्रिज के नीचे गुमटी लगाने वाले दुकानदार ने बताया कि उनकी कपड़े की दुकान थी। जिसमें उनका लगभग 50 से 60 हजार रुपए का सामान था जो कि आग में जलकर खाक हो गया है। उन्हें लगभग रात के 1 बजे सूचना मिली कि दुकान में आग लगी है। तभी जैसे ही वो मौके पर पहुंचे तब तक दुकानें भीषण आग की चपेट में थी। आनन-फानन में फायर ब्रिगेड को सूचना दी गई और आग बुझाने के प्रयास किए गए।
सब्जी की दुकान जलकर खाक
वहीं, गोमती पुरा निवासी बुजुर्ग नरेश ने बताया कि वो यहां सब्जी की दुकान लगाते थे। उन्होंने बताया कि उन्हें रात्रि 1:30 बजे सूचना मिली कि दुकानों में आग लग चुकी है। तब वह मौके पर पहुंचे और देखा कि उनकी सब्जी के दोनों-तीनों ठेले सहित पूरा सामान जल चुका था। फिलहाल, आग लगने का कारण अभी तक पता नहीं चल पाया है। सूचना मिलते ही स्थानीय विधायक सहित कुछ राजनीतिक दलों के लोग मौके पर पहुंचे और पीड़ित दुकानदारों से मुलाकात की।
लाखों का हुआ नुकसान
जबकि लक्ष्मी कॉलनी के रहने वाले अवधेश ने बताया कि इस घटना में उनका लगभग 2 लाख के सामान का नुकसान हुई है। वहीं, अन्य दुकानदारों का भी काफी ज्यादा नुकसान हुआ है।
महिला ने दी ये जानकारी
आगजनी की घटना को लेकर एक पीड़ित दुकानदार महिला ने बताया कि उनकी कपड़े की दुकान थी। जिसमें लगभग 3 लाख का सामान भरा हुआ था लेकिन वह आग में जलकर खाक हो गया। उन्होंने बताया कि आग लगने का क्या कारण अभी पता नहीं चला है।
बाजार में रहता है जाम
आपको बता दें कि डबरा के ओवर ब्रिज के नीचे सैकड़ों दुकान गुमटियां लगती हैं। जिसके कारण बाजार में काफी जाम भी रहता है। इस तरह का हादसा कहीं ना कहीं एक बड़ा हादसा है, जिसमें कई लोगों ने अपनी लाखों रुपए की पूंजी भी गवाई है। अब देखना यह है कि इस पर प्रशासन का क्या कदम उठाता है आखिर प्रशासन इन समस्याओं पर ध्यान क्यों नहीं देता और बड़ा सवाल यह भी उठता है कि इस हादसे का जिम्मेदार कौन है क्योंकि समय रहते अगर प्रशासन इन समस्याओं पर ध्यान देता तो शायद आज यह बड़ा हादसा ना होता।
डबरा से अरुण रजक की रिपोर्ट