Damoh News: चुनावी प्रक्रिया के बीच कलेक्टर ने किया जिला अस्पताल का औचक निरीक्षण, कहा- “बहुत जल्द नजर आएंगे बदलाव”

चुनावी कार्यों की व्यस्तता और प्रक्रिया के बीच मरीजों को बेहतर इलाज मिल सके इसलिए सुबह के वक़्त का इस्तेमाल करते हुए कलेक्टर सुधीर कोचर जिला अस्पताल का औचक निरीक्षण किया।

Shashank Baranwal
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Damoh News: मध्य प्रदेश के दमोह जिले में उस वक्त हड़कंप मच गया जब कलेक्टर ने शहर के जिला अस्पताल में सुबह-सुबह निरीक्षण करने पहुंच गए। हालांकि, इस दौरान जिम्मेदार अधिकारी इक्ट्ठा हो गए, जिसके बाद व्यवस्थाओं और अव्यवस्थाओं की देख रेख का काम शुरू किया गया।

अस्पताल का किया निरीक्षण

दरअसल, दमोह जिले में भी लोकसभा चुनाव की प्रक्रिया जोरो शोरो पर है। ऑफिस टाइम में कलेक्टर को चुनाव प्रक्रिया सम्पादित करानी पड़ती है लिहाजा चुनावी कार्यों की व्यस्तता और प्रक्रिया के बीच मरीजों को बेहतर इलाज मिल सके इसलिए सुबह के वक़्त का इस्तेमाल करते हुए कलेक्टर सुधीर कोचर जिला अस्पताल पहुंच गए। इस दौरान कलेक्टर ने अस्पताल के एक-एक वार्ड में जाकर स्थिति को देखा और मरीजो से बात भी की।

जल्द ही अस्पताल में होगा बदलाव

मीडिया से बात करते हुए कलेक्टर सुधीर कोचर ने बताया कि उन्हें यहां बहुत सारी सुविधाएं अच्छी मिली है, जबकि कुछ कमियां दिखी हैं। जिन्हें लेकर दिशा निर्देश दिए गए हैं। हीं उन्होंने कहा कि जल्द ही जिला अस्पताल में बहुत कुछ बदला नजर आएगा। आपको बता दें कि दमोह में आचार संहिता लागू होने के ठीक दो दिन पहले पदस्थ हुए कलेक्टेर सुधीर कोचर का जिला अस्पताल का ये पहला दौरा था।

दमोह से दिनेश अग्रवाल की रिपोर्ट


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पत्रकारिता उन चुनिंदा पेशों में से है जो समाज को सार्थक रूप देने में सक्षम है। पत्रकार जितना ज्यादा अपने काम के प्रति ईमानदार होगा पत्रकारिता उतनी ही ज्यादा प्रखर और प्रभावकारी होगी। पत्रकारिता एक ऐसा क्षेत्र है जिसके जरिये हम मज़लूमों, शोषितों या वो लोग जो हाशिये पर है उनकी आवाज आसानी से उठा सकते हैं। पत्रकार समाज मे उतनी ही अहम भूमिका निभाता है जितना एक साहित्यकार, समाज विचारक। ये तीनों ही पुराने पूर्वाग्रह को तोड़ते हैं और अवचेतन समाज में चेतना जागृत करने का काम करते हैं। मशहूर शायर अकबर इलाहाबादी ने अपने इस शेर में बहुत सही तरीके से पत्रकारिता की भूमिका की बात कही है–खींचो न कमानों को न तलवार निकालो जब तोप मुक़ाबिल हो तो अख़बार निकालोमैं भी एक कलम का सिपाही हूँ और पत्रकारिता से जुड़ा हुआ हूँ। मुझे साहित्य में भी रुचि है । मैं एक समतामूलक समाज बनाने के लिये तत्पर हूँ।

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