Damoh Paddy Purchase Center : हर बार धान खरीदी केंद्रों पर फैली अनियमितताओं को लेकर सुर्खियो में रहने वाले दमोह में इस बार शुरुआती दौर में बवाल खड़ा हो गया है और इस लेकर किसानों में रोष व्याप्त है। जिले के अलग-अलग इलाकों के किसान कलेक्टर के दफ्तर पहुंच कर अपनी नाराजगी जाहिर करने के साथ अनियमितताओं को दूर करने की मांग कर रहे हैं।
दरअसल, धान उपार्जन केंद्रों के खोले जाने को लेकर स्व-सहायता समूहों से आवेदन मंगाए गए थे और नियमानुसार लाटरी सिस्टम से इन खरीदी केंद्रों का एलाटमेंट होना था जिसके लिए सारी तैयारियां भी प्रशासन ने कर ली थी लेकिन लाटरी निकाले जाने की बजाय अधिकारियों ने कुछ चुनिंदा लोगों को ये खरीदी केंद्र एलाट कर दिया। प्रशासन की इस दोष पूर्ण प्रक्रिया के चलते पहले ही दौर में प्रक्रिया विवादों में आ गई और आरोप लग रहे हैं कि प्रशासन ने इसमे घोटाला किया है। इतना ही नही नियमों की बात करते हुए कई पुराने खरीदी केंद्र भी इस बार बन्द किये गए है जिसे लेकर किसानों का एक प्रतिनिधि मंडल भी कलेक्टर से मिला।
किसानों का कहना है कि उनके इलाके में दो की जगह एक खरीदी केंद्र बनाया गया हूं जहां साठ हजार क्विंटल धान खरीदी होगी जो कि सम्भव नही है, जबकि किसानों को 40 से पचास किलोमीटर तक धान को ले जाना पड़ेगा। धान खरीदी को लेकर दमोह जिला पहले भी विवादों में रहा है तो इस बार शुरुआती दौर में ही गड़बड़झाले की बू आने के बाद कांग्रेस के तीखे तेवर हैं और प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए कांग्रेस ने इसे बड़ा भ्रष्टाचार करार दिया है।
इस मामले में धान उपार्जन से जुड़े अफसरों का कहना है कि खरीदी केंद्रों के एलाटमेंट में प्रक्रिया दोष पूर्ण नही है परिस्थितियों के मद्देनजर फैसला लिया गया है।
दमोह से आशीष कुमार जैन की रिपोर्ट