Damoh News : धर्मांतरण मामले में हिंदू संगठन ने दिया धरना, आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग

Amit Sengar
Published on -

Damoh Religious Conversion : MP के दमोह जिले में धर्मांतरण का विवाद थमने का नाम नही ले रहा है एक तरफ जहां बीते दिनों में दो अलग-अलग मामले पुलिस रिकार्ड में दर्ज हुए है वहीं अब इन मामलों में नामजद ईसाई मिशनरियों से जुड़े आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर प्रदर्शन किए जा रहे हैं। शुक्रवार को दमोह के अस्प्ताल चौराहे पर विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल सहित अन्य हिन्दू संगठनो ने धरना दिया और आरोपियो के पुतले फूंके।

प्रदर्शन कर रहे संगठन के लोगों का आरोप है कि पुलिस ने मामले दर्ज कर लिए लेकिन आरोपियो की गिरफ्तारी नही की जा रही है। आपको बता दें कि दमोह के देहात थाने में 13 नवंबर को राष्ट्रीय बाल सरंक्षण आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने खुद एफ आई आर दर्ज कराई थी जिसमे दस लोगो के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था और आरोप था कि यहां की एक संस्था में एक बच्चे का जबरन धर्म परिवर्तन करा कर उसे पादरी बनाने की शिक्षा दी जा रही है।

इसके बाद दमोह के मराहार में चल रही ईशु नाम की संस्था पर धर्म परिवर्तन कराए जाने के आरोपो के साथ नाबालिग बच्चियों से संस्था के कर्मचारियों द्वारा छेड़छाड़ करने के आरोपो को पुलिस ने जांच में सही पाते हुए आठ लोगो पर 23 नवंबर को मामला दर्ज किया।

पुलिस ने दोनों मामलों में गंभीर धाराओं में मुकदमा कायम किया है लेकिन दोनों मामलों में एक भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है जिसे लेकर हिंदूवादी संगठनों में रोष बना हुआ है। आरोपियो की गिरफ्तारी की मांग को लेकर संगठनों ने पुतला भी जलाया और गुस्सा जाहिर किया। इतना ही नही इन संगठनों ने दमोह के कलेक्टर एस पी पर गंभीर आरोप लगाते हुए उन्हें हटाने की मांग की है।

मामला अब इसलिए भी गंभीर हो रहा है कि भाजपा नेता खुलकर ये बोलने से नही चूक रहे कि दमोह में ईसाई मिशनरियों को राजनैतिक सरंक्षण प्राप्त है कांग्रेस और भाजपा के पूर्व मंत्री ही इन्हें सरंक्षण दिए हैं लेकिन अब ये सब नही चलेगा।
दमोह से आशीष कुमार जैन की रिपोर्ट


About Author
Amit Sengar

Amit Sengar

मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है।वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”

Other Latest News