दमोह ।गणेश अग्रवाल। सुरक्षा के दृष्टिकोण से कोरोना संक्रमण से लोगों को बचाने के लिए जिले में स्थित श्री दिगंबर जैन अतिशय एवं सिद्ध क्षेत्र कुंडलपुर में एक माह का लॉक डाउन कर दिया गया है. यहां पर पूरे 1 माह तक कोई भी यात्री नहीं जा सकेगा. 10 जुलाई से 10 अगस्त तक यहां पर लॉकडाउन लगाया गया है. इसकी जानकारी कुंडलपुर क्षेत्र कमेटी के द्वारा विशेष रुप से जैन समुदाय को दी गई।
जैन परंपरा के अनुसार वर्तमान में चातुर्मास का काल शुरू हो गया है. ऐसे में कुंडलपुर तीर्थ क्षेत्र पर जैन संतों का निवास है. परम पूज्य आचार्य विद्यासागर जी महाराज की परम शिष्या तीन माताजी के संघ इन दिनों क्षेत्र पर विराजमान है, और यहां पर अब लोगों की आवाजाही ज्यादा होने लगी है. ऐसे हालात में कोरोना संक्रमण से लोगों को बचाने तथा यहां पर चातुर्मास कर रहे जैन संतों की सुरक्षा के लिहाज से यह लॉकडाउन लगाया गया है. यह लाक डाउन क्षेत्र कमेटी के द्वारा लागू किया गया है. जो तीर्थ क्षेत्र परिसर में लागू रहेगा. इस दौरान यहां पर निश्चित किए गए लोगों की ही आवाजाही होगी, बाकी यात्रियों को आने के लिए प्रतिबंध रहेगा.
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक अन्य स्थानों पर जैन संत भी कोरोना से प्रभावित हुए हैं. इस कारण से सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यह लॉकडाउन लगाया गया है. मंदिरों में विशेष रुप से जिले के इस तीर्थ क्षेत्र पर पूरे देश भर से लोगों का आना होता रहा है. ऐसे में जब पूरे देश में अनलॉक चल रहा है, तो कोई भी यात्री यहां पर आ जा सकता है. इसी कारण से यहां पर लोगों की आवाजाही को बंद करने के लिए यह लॉक डाउन अच्छा कदम कहा जा सकता है.
कुण्डलपुर कमेटी के प्रचार मंत्री सुनील वेजिटेरियन ने बताया कि कुण्डलपुर में देश के अनेक स्थानों से तीर्थयात्रियों का आगमन हो रहा है. जिससे कोरोना के फैलने की आशंका रहती है. इसे देखते हुए तीर्थ यात्रियों के आगमन पर प्रतिबंध लगाया गया है.
कमेटी अध्यक्ष संतोष सिंघई ने कहा कि हमारी प्राथमिकता कुण्डलपुर में विराजमान आर्यिका संघ की सुरक्षा है. इसीलिए यह निर्णय लिया गया है. इस तरह का निर्णय प्रबंधकरणी समिति के पदाधिकारियों की बैठक में लिया गया. कमेटी ने सभी श्रद्धालुगणों से असुविधा से बचने के लिए इस निर्णय को ध्यान में रखने का निवेदन किया है.