एनएचएम डिप्टी डायरेक्टर ने इस जिले के आशा प्रशिक्षण केंद्र का किया औचक निरीक्षण

Gaurav Sharma
Published on -

दमोह,गणेश अग्रवाल। जिला आशा प्रशिक्षण केंद्र में आयोजित आठ दिवसीय आशा प्रारंभिक (इंडक्शन) मॉड्यूल प्रशिक्षण के पांचवे दिन भोपाल से एनएचएम आशा के डिप्टी डायरेक्टर डॉ एस साकल्ले द्वारा केंद्र का औचक निरीक्षण किया गया। उन्होंने व्यवस्थाओं एवं प्रशिक्षण गतिविधियों का जायजा लिया तथा प्रशिक्षण ले रहीं आशाओं से चर्चा कर समस्त गतिविधियों पर संतोष व्यक्त किया।

डीसीएम ऋषि राज ने जिले में आशाओं के प्रशिक्षण एवं उन्हें मिल रही प्रोत्साहन राशि के बारे में जानकारी दी। राज्य प्रशिक्षक बीएम दुबे ने बताया कि इस प्रशिक्षण में 6 ब्लॉक से आईं 20 नवीन चयनित आशाएं शासन की गाइड लाइन के अनुसार सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए एवं प्रतिदिन प्रशिक्षण के पूर्व उनकी स्क्रीनिंग करने के बाद उन्हें प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रशिक्षण में एनएचएम के उद्देश्यों के तहत मातृ मृत्यु दर को कम करने, शिशु मृत्यु दर को कम करने एवं सकल प्रजनन दर को कम करने के संबंध में प्रशिक्षण दिया जा रहा है।


About Author
Gaurav Sharma

Gaurav Sharma

पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है।इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।

Other Latest News