दमोह, गणेश अग्रवाल| जबेरा वन परिक्षेत्र सिग्रामपुर अंतर्गत जंगलों में अवैध शिकार (Illegal Hunting) की चर्चा जोरों पर है| वन विभाग (Forest Department) की सक्रियता से शुक्र-शनिवार की दरमियानी रात राजधानी भोपाल (Bhopal) से अवैध शिकार करने आए शिकारियों को वन विभाग की टीम ने रात्रि में ही घेराबंदी कर पकड़ने का प्रयास किया| जिसमें एक आरोपी शिकारी एवं उसके पास से शिकार करने के प्रयुक्त उपकरण एवं चीतल का मांस जप्त करने का मामला सामने आया है| वहीं इसी दौरान पीछा करते वक्त रेंजर की कार भी बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई हालांकि उन्हें कोई चोट नहीं आई वह बाल-बाल बच गए|
वन परिक्षेत्र सिग्रामपुर अंतर्गत दमोह जबलपुर मुख्य सड़क मार्ग पर पुरानी डाक चौकी बेहर के पास शुक्र-शनिवार की दरमियानी रात्रि में राजधानी भोपाल से लग्जरी गाड़ियों में आए शिकारी अवैध रूप से शिकार करने जंगल मे घूम रहे थे| वही सिग्रामपुर वन परिक्षेत्र क्षेत्र का वन अमला भी रात्रि कालीन गश्त में वन भ्रमण पर था| तभी बन अमले को गोली चलने की आवाज सुनाई दी| वन अमले ने फायर की आवाज सुनकर पुरानी डाक चौकी बेहर के पास एक लग्जरी कार एवं चार शिकारियों को देखा और उन्हें पकड़ने का प्रयास किया| जिनमें वन विभाग की टीम ने जंगल में घेरा बंदी कर एक शिकारी को पकड़ने में सफलता प्राप्त की|
अन्य तीन शिकारी लग्जरी गाड़ी लेकर भागने में सफल रहे| वन अमले ने पूरे मामले की जानकारी वरिष्ठ अधिकारियों सहित पुलिस थाना जबेरा एवं कटंगी जबलपुर को दी| रात भर वन अमला आरोपियों को जंगल में तलाश करने में जुटा रहा| वन अमले की पकड़ में आए एक आरोपी शिकारी से जब कड़ाई से पूछताछ की गई तो उसने अपने अन्य साथियों को मोबाइल पर मैसेज छोड़ा और अपने साथी शिकारी के मोबाइल कॉल रिसीव कर लग्जरी कार में फरार हो गए| अन्य आरोपी भी अपने साथी को लेने फिर मुख्य सड़क मार्ग पर आ गए| तभी वन विभाग की दो अलग-अलग टीमों ने उन्हें पुनः घेरने का प्रयास किया| लेकिन लग्जरी कार में सवार आरोपी सब को चकमा देकर सिग्रामपुर की ओर भागे, जहां पूर्व से ही तैनात वन अमले ने बेरियर के पास रोकने का प्रयास किया| लेकिन शातिर शिकारियों ने लग्जरी गाड़ी से रेंजर्स की गाड़ी को जबरदस्त टक्कर मारकर जबेरा की ओर भागे और दानीताल के जंगल में लग्जरी कार छोड़कर जंगल में तीनों आरोपी फरार हो गये| शातिर शिकारियों ने रेंजर की शासकीय वाहन को इतनी जबरदस्त टक्कर मारी की रेंजर का शासकीय वाहन पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया|
न विभाग ने जबेरा पुलिस की सहायता से शेष तीनों शिकारी को पकड़ने के लिए वन विभाग की टीम पैदल रवाना हुई| वहीं जबेरा थाना प्रभारी केके तिवारी भी पुलिस बल के साथ आरोपियों को तलाशने में जुटी रहे| वन अमले की गिरफ्त में आए एक शिकारी से शिकार में प्रयुक्त अवैध उपकरण एवं चीतल सांभर का करीब सत्तर किलो मांस एव एक लक्जरी कार जप्त हुई है। गिरफ्तार शिकारी से पूछताछ जारी है वहीं शेष शिकारियों को पकड़ने के लिए वन विभाग प्रयासरत है पूरे मामले की जांच की जा रही है|