दमोह| गणेश अग्रवाल| कोरोना की जंग जीत चुके कोरोना के योद्धाओं को जब डॉक्टरों ने डिस्चार्ज किया तो उस दौरान उन मरीजों आंखों से आंसू छलक पड़े, एक मरीज ने तो इतना भी कहा कि जिन डॉक्टरों और नर्सिंग स्टाफ के द्वारा उनको नया जीवन दिया गया है, उनको वह शत शत प्रणाम करते हैं. क्योंकि उनके कारण ही आज वह ठीक हो करके अपने घर जा रहे हैं और इसी मरीज ने ही इन दोनों को उपहार भी प्रदान किए और कहा कि वे लगातार अब मानव जीवन की सेवा करते रहेंगे. यह अनोखा नजारा दमोह के जिला अस्पताल में उस वक्त देखने को मिला जब कोरोना के 6 मरीजों को डिस्चार्ज किया जा रहा था.
जिला अस्पताल से यूं तो काफी दिनों से कोरोना पीड़ित मरीजों के ठीक हो जाने के बाद उनको डिस्चार्ज किया जा रहा था, लेकिन बुधवार को कुछ अनोखा ही नजारा यहां पर देखने को मिला. मीडिया कर्मियों ने हमेशा ही कोरोना की जंग जीत चुके योद्धाओं के डिस्चार्ज होने पर डॉक्टरों द्वारा नर्सिंग स्टाफ के द्वारा तालियां बजाते हुए देखा था. लेकिन आज एक कोरोना की जंग जीत चुके मरीज के परिजन और मित्र वहां पर उन्हें लेने के लिए पहुंचे और उसी मरीज की आंखों में उस समय आंसू छलक पड़े. जब वह डिस्चार्ज हो रहा था उस मरीज ने डॉक्टरों को उपहार भी देकर कहा कि इन लोगों ने ऐसी सेवा की है जो मेरे परिवार के लोग भी नहीं कर सकते थे. तो परिजन और मित्र जब यहां पर पहुंचे तो उन्होंने फूल मालाओं के साथ गुलाब के फूलों की वर्षा कर के डॉक्टर और स्वास्थ्य अमले का इस्तकबाल भी किया. तो वही खुद मरीज ने डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ को उपहार प्रदान किए और कहा कि इनका उपकार वह जीवन भर नहीं भूल सकेगा. इसके साथ ही अन्य डिस्चार्ज हुए मरीजों ने भी आभार जताया, तो कोरोना के इस जंग में योद्धा के रूप में काम कर रहे जिला अस्पताल के आरएमओ डॉ दिवाकर पटेल ने भी इसी तरह से मरीजों के ठीक होने की भगवान से प्रार्थना की कहा कि भगवान उनको इतना संबल दे कि वे यहां पर आने वाले हर एक कोरोना पीड़ित मरीज को इसी तरह से डिस्चार्ज करके उनके घर भेज सकें|