दमोह, आशीष कुमार जैन। दमोह जिला मुख्यालय स्थित मिशन अस्पताल में सुरेंद्र अग्रवाल नामक एक व्यक्ति की मौत के बाद जहां परिजनों ने हंगामा किया तो वहीं परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही के आरोप भी लगाए। अस्पताल प्रबंधन पर परिजनों के द्वारा लगाए गए आरोप के बाद प्रबंधन ने अपनी सफाई भी पेश की है।
यह भी पढ़ें – Char Dham Yatra को लेकर बड़ा खुलासा, 20 दिनों में 57 श्रद्धालुओं की हो चुकी मौत
परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर आरोप लगाते हुए कहा कि रविवार होने के चलते कोई भी डॉक्टर पेशेंट को देखने के लिए नहीं आया। जिस कारण से मरीज की हालत बिगड़ गई और उसकी मौत हो गई। परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर और भी आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने डॉक्टर से रेफर करने की बात भी कही थी। जिस पर डॉक्टरों ने इस पर कोई जवाब नहीं दिया। इस कारण से भी उन्होंने अपने मरीज को इलाज कराने के लिए मिशन अस्पताल में भर्ती करवाए रखा। लेकिन रविवार को डॉक्टर के नहीं आने और उचित इलाज नहीं मिलने के चलते मरीज की मौत हो गई।
यह भी पढ़ें – सीहोर: पचामा के फैक्ट्री में लगी भीषण आग, 2 लोगों की मौत, सीएम शिवराज ने की सहायता राशि की घोषणा
इस मामले पर परिजनों ने जहां गंभीर आरोप लगाए हैं। तो अस्पताल प्रबंधन ने अपनी सफाई पेश की है। प्रबंधन का कहना है कि मृतक को COPD नामक बीमारी थी, जिनमे फेफड़े काम करना बंद कर देते हैं। जब इन्हें यहाँ भर्ती करवाया गया तब ऑक्सीजन लेवल कम था और बीपी भी नार्मल नहीं था, जो दवाई के बाद नार्मल हो गया था। इन्हें दिल की समस्या भी थी। दवाइयों और रखरखाव के द्वारा उनकी हालत में सुधार लाने की कोशिश की जा रही थी। लेकिन उनके दाहिने फेफड़े में निमोनिया होने के बाद हालत बिगड़ गई थी। फेफड़ों में पानी भी भर गया था।