दतिया, सत्येंद्र रावत। झांसी के ग्राम गंगावली से भांडेर विधानसभा के ग्राम सरसई तक पुल बनाने की मांग उठने लगी है। दतिया जिले की नदी घाट पर स्थित प्राचीन मां कुष्मांडा देवी मंदिर के दर्शन के लिए पुल निर्माण कार्य कराने जाने ग्रामीणों ने मांग की है। गंगावली गांव झांसी एवं ग्राम सरसई सीमावर्ती हैं जो संसदीय क्षेत्र झांसी एवं भिण्ड दतिया संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत आते हैं। दोनों ही ग्राम विकास के क्षेत्र में पिछड़े हुए हैं।
बॉर्डर पर है मां महा कुष्मांडा देवी का प्राचीन मंदिर
दोनों ही ग्रामों की बॉर्डर पर मां महा कुष्मांडा देवी का मंदिर स्थित है। मां के अधिकांश दर्शनार्थी उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों से आते हैं। लेकिन नदी में अक्सर पानी होने से मध्य प्रदेश सीमा क्षेत्र के लोगों को माता के मंदिर जाने में काफी परेशानी आती है। झांसी संसदीय क्षेत्र एवं भिंड दतिया संसदीय क्षेत्र में भाजपा सांसद हैं। ऐसी स्थिति में क्षेत्र का विकास होना बहुत आवश्यक है। विकास के मामले में दोनों क्षेत्र पिछड़े हुए हैं, ऐसे में लोगो ने मांग की है कि यदि दोनों प्रांतों की सीमा पर पड़ने वाली नदी पर पुल का निर्माण कराया जाता है तो इलाके सुविधाजनक स्थिति बन जाएगी।
पुल निमार्ण से फायदा
दतिया से सरसई ग्राम होते हुए चिरगांव के लिए मां दर्शनार्थी हेतु पुल निर्माण होने से दूरी मात्र 40 किलोमीटर होगी एवं क्षेत्र के 200 गांव पुल के निर्माण से आपस में जुड़ जाएंगे। जिससे उन्हें आने-जाने में सुविधा प्राप्त होगी। इन्होने मांग की है कि जल्द से जल्द पुल निर्माण कराया जाए। पहुजनदी तट पर पुल निर्माण होने से उत्तर प्रदेश एवं मध्य प्रदेश के सीमावर्ती ग्रामों का विकास रास्ता मां महा कुष्मांडा देवी के दर्शन हेतु आम जनों को लाभ मिलेगा।