जबलपुर, संदीप कुमार। देश की जीवनदायनी नर्मदा नदी जिस पर बांधों की चेन बनी हुई है, बांधों की सुरक्षा के लिए उनकी डिसिल्टिंग कराना अब इस प्रदूषण काल मे बेहद जरूरी बन गया है। वहीं अब तक ऐसी कोई तकनीक नहीं आई है जिससे बांधों से सिल्ट निकालकर डिसिल्टिंग कराई जा सके। लेकिन हाल ही में दुबई के एक समूह ने प्रेजेंटेशन के जरिए बांधों की डिसिल्टिंग की प्रक्रिया का प्रेजेंटेशन दिया है, जिसके आधार पर जल्द ही बरगी बांध की डिसिल्टिंग कराया जाएगा। केंद्रीय जल शक्ति राज्य मंत्री प्रह्लाद पटेल ने आज यह जानकारी पत्रकारों को दी।
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केंद्रीय जल शक्ति राज्य मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने कहा- “कि जबलपुर के बरगी बांध को डिसिल्टिंग जरूरत है। लंबे समय से बांध में डिसिल्टिंग का कोई भी काम नहीं हो पाया है, लिहाजा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मंशा के मुताबिक अब देश के बांधों की डिसिल्टिंग की प्रक्रिया शुरू की जा रही है। तकनीक के आधार पर बरगी बांध का भी जल्द डिसिल्टिंग करवाया जाएगा।“ उन्होंने बताया कि डिसिल्टिंग से नर्मदा में बने बांधों की सुरक्षा और ज्यादा मजबूत होगी, जिससे कि बरगी बांध सहित नर्मदा पर बने सभी बांधों की सुरक्षा के लिए डिसिल्टिंग की प्रक्रिया बेहद जरूरी है। नर्मदा नदी पर बांधों की एक बड़ी श्रृंखला है।
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केंद्रीय जल शक्ति राज्य मंत्री प्रहलाद पटेल ने दावा किया है कि डिसिल्टिंग से नर्मदा में आंतरिक खनन तो रुकेगा ही साथ ही यहां से निकलने वाली रेत सरकारी और निजी क्षेत्र के लिए पर्याप्त होगी। आज जबलपुर पहुंचे केंद्रीय जल शक्ति राज्य मंत्री प्रहलाद पटेल ने कहा कि- जल शक्ति मंत्रालय ने बांधों को डिसिल्टिंग करने के लिए योजना तैयार की है जिसके तहत दुबई सहित दूसरे देशों के कई समूहों ने बांधों को डिसिल्टिंग करने की प्रक्रिया से संबंधित अलग-अलग तरह से प्रेजेंटेशन दिए हैं।