Dhar Lokayukta Action News : मध्य प्रदेश में भ्रष्टाचार और रिश्वत के मामले थमने का नाम ही नहीं ले रहे है। आए दिन अलग-अलग जिलों में लोकायुक्त टीम द्वारा छापेमार कार्रवाई की जा रही है। जिसका एक ताजा मामला धार जिले से सामने आया है, जहां इंदौर लोकायुक्त की टीम ने पदस्थ नायब तहसीलदार के व्यक्ति को 50 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार किया है। नायब तहसीलदार पंकज यादव ने फरियादी से 3 लाख रुपए की रिश्वत मांगी थी। आवेदक आशीष पिता कैलाश सोनी के अनुसार, उसे अपनी दादी के स्वर्गवास होने के बाद फ़ौती नामान्तरण करवाना था, जिसके लिए आवेदक नायब तहसीलदार पंकज यादव से मिला तो उन्होंने इसके एवज में 3 लाख रुपए की रिश्वत की मांग की।
यह है मामला
बता दें कि फरियादी आशीष सोनी ने इसकी शिकायत पुलिस अधीक्षक लोकायुक्त इंदौर कार्यालय में की थी। शिकायत का सत्यापन कराया गया, जिसमें नायब तहसीलदार द्वारा फ़ौती नामान्तरण के एवज में अपने व्यक्ति वसीम के माध्यम से तीन लाख रुपए की रिश्वत मांगना पाया गया। इसके बाद ट्रैप दल का गठन किया गया, लेकिन आरोपी शासकीय कार्य में व्यस्त हो जाने की वजह से रिश्वत लेने नहीं आ सका। तब वसीम ने आवेदक को इंदौर में किसी निर्मल हार्डिया को राशि पहुंचाने को कहा। इसके बाद आज शनिवार को इंदौर में महेंद्र हार्डिया 50 हज़ार रुपए की रिश्वत लेते रंगेहाथों गिरफ्तार किया गया है।
आरोपियों के खिलाफ धारा 7 भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम और 120-बी IPC का प्रकरण दर्ज कर वैधानिक कार्यवाही जारी है। कार्रवाई के दौरान लोकायुक्त टीम के डीएसपी प्रवीण कुमार बघेल, निरीक्षक राहुल गजभिए, आर. आशीष नायडू,आर कमलेश परिहार मौजूद थे।
धार से मो अल्ताफ़ की रिपोर्ट