अब MP में संविदाकर्मी-आंगनबाड़ी कार्यकर्ता समेत इन कर्मियों को मिलेगा आयुष्मान योजना का लाभ, ये रहेंगे नियम

Shashank Baranwal
Published on -
Ayushman Card Yojana

Ayushman Card Yojana: मध्य प्रदेश के संविदा कर्मचारियों, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और आशा ऊषा कर्मियों के लिए अच्छी खबर है। अब प्रदेश के संविदा कर्मचारियों, आंगनबाड़ी, आशा-ऊषा कार्यकर्ता, सहायिका, पंचायत सचिव, ग्राम रोजगार सहायक, कोटवार सहित अन्य कर्मचारियों के संवर्ग को भी आयुष्मान कार्ड का लाभ मिलेगा। इसके लिए मप्र स्वास्थ्य विभाग ने कुछ नियम निर्धारित किए है, जिसके तहत 5 लाख रुपये तक का स्वास्थ्य सुरक्षा का लाभ संविदा कर्मचारी उठा सकेंगे। बता दें पिछले सप्ताह बुधवार को शिवराज कैबिनेट बैठक में इस फैसले को स्वीकृति दी गई थी।

दरअसल, हाल ही में 4 अक्टूबर को शिवराज कैबिनेट में निर्णय होने के बाद विधानसभा चुनाव की आचार संहिता लागू होने से पहले छह अक्टूबर को स्वास्थ्य विभाग ने योजना में संशोधन करते हुए विभिन्न संवर्ग के कर्मचारियों को योजना के अंतर्गत स्वास्थ्य सुरक्षा लाभ स्वीकृत किया है। विभागीय आदेश के अनुसार मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, आशा सुपरवाइजर सहित अन्य कर्मचारी योजना के दायरे में आएंगे। योजना के क्रियान्वयन के लिए विस्तृत दिशा-निर्देश मुख्य सचिव की अध्यक्षता में गठित समिति की अनुशंसा के बाद जारी किए जाएंगे।

जानें पात्रता और नियम

योजना का लाभ उन कर्मचारियों को नहीं मिलेगा, जिनके परिवार का कोई भी सदस्य गत तीन वर्षों में से किसी भी वर्ष में आयकर दाता हो।

परिवार का कोई सदस्य किसी अन्य शासकीय योजना से नि:शुल्क स्वास्थ्य लाभ प्राप्त कर सकता हो या जिस परिवार का कोई सदस्य शासकीय कर्मचारी होने के साथ-साथ राज्य या केंद्र सरकार की किसी अन्य योजना के अंतर्गत स्वास्थ्य सुविधा प्राप्त करने के लिए पात्र हो वह इसका लाभ नहीं ले सकता है।

शासकीय कर्मचारी के उपचार पर होने वाले संभावित व्यय की प्रतिपूर्ति स्वास्थ्य विभाग के अंतर्गत मध्य प्रदेश प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के अंतर्गत प्रविधानित कर की जाएगी।


About Author
Shashank Baranwal

Shashank Baranwal

पत्रकारिता उन चुनिंदा पेशों में से है जो समाज को सार्थक रूप देने में सक्षम है। पत्रकार जितना ज्यादा अपने काम के प्रति ईमानदार होगा पत्रकारिता उतनी ही ज्यादा प्रखर और प्रभावकारी होगी। पत्रकारिता एक ऐसा क्षेत्र है जिसके जरिये हम मज़लूमों, शोषितों या वो लोग जो हाशिये पर है उनकी आवाज आसानी से उठा सकते हैं। पत्रकार समाज मे उतनी ही अहम भूमिका निभाता है जितना एक साहित्यकार, समाज विचारक। ये तीनों ही पुराने पूर्वाग्रह को तोड़ते हैं और अवचेतन समाज में चेतना जागृत करने का काम करते हैं। मशहूर शायर अकबर इलाहाबादी ने अपने इस शेर में बहुत सही तरीके से पत्रकारिता की भूमिका की बात कही है–खींचो न कमानों को न तलवार निकालो जब तोप मुक़ाबिल हो तो अख़बार निकालोमैं भी एक कलम का सिपाही हूँ और पत्रकारिता से जुड़ा हुआ हूँ। मुझे साहित्य में भी रुचि है । मैं एक समतामूलक समाज बनाने के लिये तत्पर हूँ।

Other Latest News