गुना, विजय कुमार जोगी
गुना जिले में लंबे समय से झोलाछाप डॉक्टरों की सक्रियता बढ़ती जा रही है।चाचौड़ा तहसील में इन डॉक्टरों में अपनी तादात इस कदर बढ़ गई है कि सरकारी हॉस्पिटल से ज्यादा झोलाछाप डॉक्टरों के पास मरीज पहुंच रहे हैं। ऐसे में मरीजों की जान से खुलेआम खिलवाड़ हो रहा है और और स्वास्थ्य विभाग के अफसर चुप्पी साधे बैठे हुए हैं।
कोरोना महामारी में भी इन झोलाछाप डॉक्टरों की जमकर चांदी हुई और इन्होने अपने अपने तरीके से मरीजों के इलाज का किया, लेकिन सबसे बड़ा सवाल अब स्वास्थ्य विभाग पर खड़ा होता नजर आ रहा है। पिछले 3 महीने में गुना जिले के चाचौड़ा, बीनागंज, कुंभराज, म्रगबास, मधुसूदनगढ़ पेची तेली गांव में झोलाछाप डॉक्टरों की भरमार है। सर्टिफिकेट और डिग्री के बिना ये झोलाछाप डॉक्टर धड़ल्ले से मरीजों का इलाज कर रहे हैं। ना तो इन डॉक्टरों पास सर्टिफाइड दवाएं हैं और ना ही साफ सफाई के साधन, इसके बावजूद भी यह झोलाछाप डॉक्टर रोजाना ग्रामीण अंचल से आए लोगों को बेवकूफ बनाकर पैसे बना रहे हैं। ऐसे फर्जी और बिना डिग्री धारी झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ बीते 3 महीनों में स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोई भी ठोस कार्यवाही नहीं की गई है। कई झोलाछाप डॉक्टर तो ऐसे हैं जिनके इलाज से कई लोगों ने अपनी जान भी गवाई और कई लोग गंभीर बीमारियों का शिकार भी हुए, जिन्हें अब बड़े शहरों में जाकर अपना इलाज करवाना पड़ रहा है। अब देखने वाली बात यह होगी कि गुना जिला स्वास्थ्य विभाग झोलाछाप और बिना डिग्री वाले डॉक्टरों पर कब कार्रवाई करता है।