कोरोना वायरस से लड़ने के लिये केंद्र और प्रदेश सरकार अपने अपने स्तर से काबू पाने में लगी है। शासन प्रशासन के अलावा स्वयंसेवी संस्थाएं और कई अन्य लोग भी अपने स्तर पर कोशिशें कर रहे हैं कि इस काम में कुछ योगदान दे सकें। ऐसे में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के गृह नगर राघौगड़ में स्व सहायता समूह की महिलाएं घर बैठे आय का साधन और समाजसेवा दोनों काम एक साथ कर रही हैं। ये महिलाएं घर बैठे महिला एवं बाल विकास विभाग की मदद से मास्क बनाकर अस्पतालों में और प्राइवेट संस्थानों में दे रही हैं। बता दें कि एक महिला प्रतिदिन 100 से अधिक मास्क बना लेती है जिससे उन्हें 500 से 600 रूपये की आमदनी प्रतिदिन हो जाती है।
सहायता समूह की करीब 8 महिलाओं में से हर महिला को प्रतिदिन 500 से 600 की आमदनी मास्क बनाकर हो रही है। समूह की सभी महिलाएं इस काम में बढ़-चढ़कर हिस्सा भी ले रही हैं और सोशल डिस्टेंस का पूरा पालन भी कर रही हैं। सिलाई मशीन के द्वारा लोगों के लिए मास्क घर पर बना कर ये पैसे भी कमा रही हैं और सरकार की मदद भी कर रही हैं। महिला बाल विकास विभाग की कोऑर्डिनेटर नीलिमा विजयवर्गीय ने बताया कि महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए हमने यह कदम उठाया है और इसमें हमें सरकार द्वारा मदद भी मिल रही है और आगे भी महिलाएं इस काम को करने में ज्यादा से ज्यादा रुचि दिखाएं यही हमारा संकल्प है। हम महिलाओं को मासिक बनाने की ट्रेनिंग भी दे रहे हैं और जागरूक भी कर रहे हैं।