ग्वालियर, अतुल सक्सेना। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बाढ़ प्रभावितों को तत्काल मदद के साथ उनके स्वास्थ्य की चिंता करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद जिला प्रशासन की टीम बाढ़ प्रभावित गांवों में जाकर ग्रामीणों के स्वास्थ्य का परीक्षण कर रही है साथ ही उनके पशुओं के स्वास्थ्य का भी परीक्षण कर रही हैं। प्रशासनिक अमला पेयजल स्रोतों के शुद्धिकरण का काम भी कर रहा है।
ग्वालियर जिले के बाढ़ प्रभावित गांवों में जलभराव से हुए नुकसान का सर्वेक्षण करने के साथ-साथ लोगों की त्वरित मदद के लिए विशेष शिविर भी लगाए जा रहे हैं । इस कड़ी में डबरा विकासखंड के बाढ़ प्रभावित गांवों में सोमवार को स्वास्थ्य शिविर, पशु चिकित्सा शिविर और पेयजल स्रोतों का शुद्धिकरण कर लोगों को साफ पानी मुहैया कराने के लिए लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा शिविर लगाए गए । कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने निर्देश दिए हैं कि शिविरों का सिलसिला लगातार जारी रखें । शिविर प्रभाबी ढंग से आयोजित किए जाएं जिससे बीमारियों को पनपने से रोका जा सके।
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एसडीएम डबरा प्रदीप कुमार शर्मा से प्राप्त जानकारी के मुताबिक सोमवार को डबरा विकासखंड के बाढ़ प्रभावित ग्राम पंचायत बीजक पुरा के मजरा इमली का डेरा, गजा पुर का डेरा, ग्राम बरौआ, रायपुर व सिलेटा इत्यादि में स्वास्थ्य शिविर, पशु चिकित्सा शिविर एवं पीएचई के शिविर लगाए गए। इन शिविरों के माध्यम से लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण कर निशुल्क दवाएं वितरित की गई । इसी तरह पशुओं का भी उपचार किया गया । बाढ़ प्रभावित गांव में लोगों को शुद्ध पेयजल मुहैया कराने के लिए कुआं व हैंडपंप सहित अन्य पेयजल स्त्रोतों का क्लोरीनीकरण कर शुद्धिकरण किया गया । एसडीएम प्रदीप कुमार ने बताया कि इसी तरह अन्य बाढ़ प्रभावित गांवों में भी लोगों की तात्कालिक मदद के लिए विशेष शिविर लगाए गए ।