अतुल सक्सेना/ग्वालियर। “सांझी विरासत- सांझी हिफाजत ” के बैनर के नीचे CAA, NRC और NPR का विरोध करने के लिए गुरुवार को आमसभा का आयोजन किया गया। सभा को प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, वरिष्ठ माकपा नेता सीताराम येचुरी और वरिष्ठ समाजवादी नेता शरद यादव ने संबोधित किया।
लक्ष्मी बाई की समाधि के सामने स्थित मैदान पर गुरुवार को मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने आमसभा का आयोजन किया। “सांझी विरासत- सांझी हिफाजत” के नाम पर CAA, NRC और NPR के विरोध में आयोजित सभा में विपक्षी नेताओं ने कहा कि देश की एकता और अखण्डता के लिए खतरे पैदा करने की नरेन्द्र मोदी और संघ परिवार की साजिशों को नाकाम करना होगा, क्योंकि यह देश हम सबका है, हमें सांझी विरासत की हिफाजत मिलकर करनी होगी। सभा को संबोधित करते हुए सीताराम येचुरी ने कहा कि संविधान देश की पहली किताब है जो समानता की बात करती है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि संघ परिवार और मोदी सरकार की विचारधारा मनुवादी विचारधारा है। भाजपा संविधान को खत्म कर फिर से वर्ण व्यवस्था लागू कर दलितों, पिछड़ों, आदिवासियों और महिलाओं के बुनियादी अधिकारों को खत्म कर देना चाहती है। उन्होंने कहा कि देश को बेचने और बर्बाद करने वाले हमें राष्ट्रभक्ति सिखाते हैं। सभा को संबोधित करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा कि भाजपा झूठ और फरेब पर टिकी है। वे राष्ट्रपिता के हत्यारे को महिमामण्डित करते हैं और देशभक्ति की बात करते हैं। उन्होंने कहा कि वे तीन तलाक की बात करते हैं, मगर बीस लाख तलाकशुदा हिंदू महिलाओं की उन्हें परवाह नहीं है। उन्होंने कहा कि देश को बचाने की लड़ाई को मिलकर आगे बढ़ाने की जरूरत है। पूर्व केन्द्रीय मंत्री और वरिष्ठ समाजवादी नेता शरद यादव ने कहा कि मुसलमान तो बहाना है, दलितों, पिछड़ों और आदिवासियों पर निशाना है। संघ परिवार नफरत की राजनीति करता है, नफरत को नकारना ही देश प्रेम की पहली शर्त है। तीनों नेताओं ने जोर देकर कहा है कि आज NPR और NRC को हर कीमत पर रोका जाना चाहिए। सभा को मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं ने भी संबोधित किया।