भिण्ड, गणेश भारद्वाज
प्रदेश की नदियों को खनिज माफिया से आजाद कराना है देश के स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर धरना और उपवास हमारे द्वारा इसलिए किया गया है जिस प्रकार से देश से अंग्रेजों को भगाने के लिए महात्मा गांधी जी ने दांडी यात्रा की थी उसी प्रकार से माफिया राज को खत्म करने के लिए और नदियों को अवैध उत्खनन से बचाने के लिए आगामी सितंबर माह में विपक्षी दलों और समाज में उत्कृष्ट काम करने वाले लोगों के साथ मिलकर 8 दिवसीय पदयात्रा का आयोजन किया जाएगा। यह बात भिंड के गांधी मार्केट पर आयोजित धरना – उपवास कार्यक्रम में मीडिया से चर्चा करते हुए कांग्रेस शासनकाल में मंत्री रहे लहार विधायक डॉक्टर गोविंद सिंह ने व्यक्त किए। इस अवसर पर कांग्रेस सेवादल यूथ ब्रिगेड के प्रदेश अध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह भदौरिया पिंकी, कांग्रेस जिला अध्यक्ष जय श्रीराम बघेल,जिला पंचायत अध्यक्ष रामनारायण हिंडोलिया,कांग्रेस के सचिव खिजर मोहम्मद क़ुरैशी, कांग्रेस के जिलाध्यक्ष जय श्रीराम बघेल व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता डॉ राधेश्याम शर्मा मुख्य रूप से धरना स्थल पर मौजूद रहे।
डॉक्टर गोविंद सिंह ने मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि स्वतंत्रता दिवस के संदेश वाचन में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के द्वारा एक और माफिया पर कठोर कार्रवाई किए जाने की बात की जा रही है वहीं दूसरी ओर भाजपा के लोग माफिया के साथ मिलकर प्रदेश की नदियों को लूटने में जुटे हुए हैं प्रदेश में खनन माफिया भू माफिया और अपराध माफिया पूरी तरह से सक्रिय है मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा था कि यदि किसी जिले में अवैध उत्खनन होगा तो उस जिले के कलेक्टर और एसपी जिम्मेदार होंगे लेकिन अब तो स्वयं मुख्यमंत्री और उनके नेता अधिकारियों को फोन करके माफिया की मदद करने की बात कह रहे हैं ऐसा मुझे कई अधिकारियों के द्वारा बताया गया है। नदियों से ताबड़तोड़ खनन के कारण जहां एक और नदियां खोखली हो रही है वहीं दूसरी ओर नदियों के आसपास का वाटर लेवल 70 से 80 फीट नीचे चला गया है। नदियों को बचाने के लिए आगामी सितंबर माह में मेरे द्वारा विपक्ष के प्रमुख दलों के साथ मिलकर एकता परिषद के राज गोपाल जी कंप्यूटर बाबा और कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के नेतृत्व में आठ दिवसीय पदयात्रा का आयोजन किया जाएगा ।
जब श्री सिंह से मीडिया ने सवाल किया कि आप ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को एक पत्र लिखा था 7 दिवस पहले, क्या उसका जवाब नहीं मिला? तो उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार पूरी तरह से निरंकुश हो गई है अब वह विपक्षी नेताओं का ना सम्मान करती है और ना ही उनके पत्रों का कोई उत्तर देती है इन्हीं सब बातों से दुखी होकर हमने अहिंसा और सत्याग्रह के रास्ते पर चलकर उपवास और आंदोलन करने का निर्णय लिया है। जब मीडिया ने सवाल किया कि गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने सबूत मांगे हैं उन्होंने कहा कि नरोत्तम मिश्रा को कौन से नंबर का चश्मा चाहिए मैं उनको भेंट कर दूंगा मेरे द्वारा स्वयं उन्हें फोटो सबूत के साथ भेजे गए हैं। उन्होंने एक प्रश्न के जवाब में यह भी कहा की मैंने कांग्रेस सरकार में रहते हुए मंत्री पद पर बैठकर अवैध उत्खनन के खिलाफ आवाज उठाई थी लेकिन उस समय के तत्कालीन खनिज मंत्री ने खनिज संपदा को लूटने का काम किया और अब वह भाजपा में शामिल हो गए।