ग्वालियर, अतुल सक्सेना
जिले में कोरोना पॉजिटिव मरीजों का आंकड़ा सच में कितना है ये पता लगाना मुश्किल हो रहा है वजह है जिला प्रशासन की रिपोर्ट। दर असल ग्वालियर जिला प्रशासन की रिपोर्ट में दिये जाने वाले आंकड़े और अखबारों में छपने वाले आंकड़ों में पिछले कई दिनों से अंतर देखने को मिल रहा था अब सोमवार को जारी जिला प्रशासन के दो हेल्थ बुलेटिन ने गफलत और बढ़ा दी इसमें भी खास बात ये है कि इसमें से 99 मरीजों को बाहर का बताकर रिपोर्ट में शामिल नहीं किया गया। जबकि वे ग्वालियर में ही हैं।
कोरोना संकृमित मरीजों के लिए सरकार ने बहुत सी गाइड लाइन बनाई हैं। लेकिन इनका पालन कितना हो रहा है इसकी मॉनिटरिंग कहाँ हो रही है कोई नहीं जानता। ग्वालियर जिले में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या रोज बढ़ रही है। ये आंकड़ा 2600 को पार कर गया है। बड़ी बात ये है कि अब आंकड़ों की बाजीगरी भी देखने को मिल रही है हालात ये है कि आम नागरिक समझ नहीं पा रहा है कि जिला प्रशासन द्वारा जारी पॉजिटिव मरीजों का आंकड़ा सही है या अखबारों में छप रहा आंकड़ा। इसी तरह मौत के आंकड़े में भी अंतर है। आंकड़ों में अंतर ने सोमवार को जारी रिपोर्ट के बाद उलझा दिया। जिला प्रशासन ने सोमवार को जो पहली रिपोर्ट जारी की उसमें पॉजिटिव मरीजों की संख्या 99 बताई लेकिन थोड़ी देर बाद ही संशोधित दूसरी रिपोर्ट जारी कर दी इसमें पॉजिटिव मरीजों की संख्या कम कर 83 बता दी गई। 16 मरीज कैसे कम हो गए इसका स्पष्ट उल्लेख नहीं किया गया। इतना ही नहीं सोमवार को मेडिकल कॉलेज, ट्रू नेट मशीन और प्राइ पैथोलोजी लैब से जो संयुक्त रिपोर्ट आई उसका आंकड़ा 198 था जो बाद में बढ़कर सोशल मीडिया पर 203 तक भी बताया गया। लेकिन जिला प्रशासन ने जो हेल्थ बुलेटिन जारी किये उसमें 88 CRPF के जवान और 11 मुरार कैंट के सेना के जवान शामिल नहीं किये। कलेक्टर का तर्क है चूंकि सीआरपीएफ एवं मुरार कैंट के जवान ग्वालियर जिले के स्थाई निवासी नहीं है इसीलिए इनकी जानकारी राष्ट्रीय पोर्टल पर अपडेट करा दी गई है। यहाँ गौर करने वाली बात ये है कि इससे पहले भी CRPF के जवान पॉजिटिव आये हैं लेकिन उन्हें जिले की रिपोर्ट में शामिल किया गया। इतना ही नहीं CRPF और सेना के जवानों की पोस्टिंग इस समय ग्वालियर में है और इनका इलाज भी ग्वालियर में ही किया जा रहा है फिर बि इन्हें ग्वालियर जिले का मरीज नहीं माना जाना आश्चर्य जताता है और जिला प्रशासन की मरीजों के आंकड़ों को लेकर मंशा जाहिर करता है। यहाँ बताना जरूरी है कि जिला प्रशासन के हिसाब से पॉजिटिव मरीजों की संख्या 2600 है जबकि अखबारों के हिसाब से ये 2778 है ऐसे ही मृतकों की संख्या जिला प्रशासन के हिसाब से 14 है जबकि अखबारों में ये संख्या