ग्वालियर, अतुल सक्सेना। कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष अशोक सिंह के मालिकाना हक वाले बालाजी मैरिज गार्डन पर दो दिन पहले की गई प्रशासन की कार्रवाई को गैर कानूनी बताकर कांग्रेस ने जिस तरह आज शुक्रवार को ज्योतिरादित्य सिंधिया के पुतले जलाये उसी गार्डन पर प्रशासन ने फिर बुलडोजर चला दिया। प्रशासन ने शुक्रवार को सीमांकन के बाद कांग्रेस नेता के मैरिज गार्डन में सरकारी जमीन पर बनी इमारत को गिरा दिया।
बुधवार को जिला प्रशासन का अमला गांधी रोड स्थित बालाजी मैरिज गार्डन पर पहुँच गया और उसने वहाँ अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू कर दी। बालाजी मैरिज गार्डन कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष अशोक सिंह और उनके परिजनों का है। प्रशासन की टीम के पहुँचने की सूचना मिलते ही परिजन वहाँ पहुँच गए और कार्रवाई का विरोध करने लगे। कांग्रेस नेता के परिजनों के बाद उनके अनुरोध पर प्रशासन ने सीमांकन कराने के लिए कहा और दो दिन चले सीमांकन के बाद बालाजी मैरिज गार्डन का एक बड़ा हिस्सा सरकारी जमीन पर अतिक्रमण पाया गया। गार्डन के अंदर एक दो मंजिला इमारत सरकारी जमीन पर बनी थी जिसे तहसीलदार की मौजूदगी में जेसीबी मशीन से गिरा दिया गया।
तहसीलदार ममता शाक्य के मुताबिक सरकारी जमीन पर अतिक्रमण के मामले में बालाजी मैरिज गार्डन में सीमांकन की कार्रवाई की जा रही थी जिसमें करीब साढ़े पांच हजार वर्ग फीट सरकारी जमीन पर पक्का निर्माण किया गया था जिसे गिरा। दिया गया है। उन्होंने कहा कि सरकारी जमीनों पर जहाँ भी कब्जे होंगे उनके खिलाफ कार्रवाई जारी रहेगी।
गौरतलब है कि कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष अशोक सिंह के बालाजी मैरिज गार्डन पर हुई प्रशासनिक कार्रवाई की ज्योतिरादित्य सिंधिया के इशारे पर की गई कार्रवाई बताते हुए कांग्रेस ने आज शुक्रवार को ब्लॉक स्तर पर सिंधिया के पुतले फूंके और शनिवार को धरने का ऐलान किया है लेकिन इसी बीच मैरिज गार्डन में सरकारी जमीन पर अतिक्रमण मिलने के बाद अब कोई भी कांग्रेस नेता कुछ भी बोलने के लिये तैयार नहीं हैं।