Gwalior News : आरक्षक ने दिखाया वर्दी का रौब, कारोबारी को मारा चांटा, वीडियो वायरल, एसपी ने किया लाइन अटैच

वायरल वीडियो पुलिस के पास भी पहुंचा एसपी धर्मवीर सिंह यादव ने आरक्षक के व्यवहार पर नाराजगी जताई और उसे थाने से हटाकर लाइन भेजने के आदेश दिए, एसपी ने कहा कि वर्दी पहने होने के बावजूद जनता से इस तरह का व्यवहार बिलकुल उचित नहीं है।

Atul Saxena
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Gwalior News : ग्वालियर पुलिस के आरक्षक को वर्दी का रौब दिखाना भारी पड़ गया, एक रोड पर जाम में उसकी एक्टिवा फंस गई सामने मौजूद कार सवार से उसकी इस बात को लेकर बहस शुरू हो गई और आरक्षक ने कर सवार को चांटा मार दिया, किसी ने इस घटनाक्रम का वीडियो बना लिया और वायरल कर कर दिया, वायरल वीडियो देखने के बाद एसपी धर्मवीर सिंह यादव ने आरक्षक को लाइन अटैच कर दिया है।

फालका बाजार में बने रहते हैं जाम के हालत 

आपको बता दें कि इंदरगंज थाना क्षेत में फालका बाजार का कुछ हिस्सा बहुत संकरा है यहाँ पर ट्रेफिक का थोड़ा सा भी दबाव बढ़ने से वहां जाम के हालत बन जाते हैं, आज भी ऐसा ही हुआ, फालका बाजार में जाम था इसी जाम ने आरक्षक की एक्टिवा के सामने एक कार आ गई जिससे जाम हो गया।

जाम में फंसे आरक्षक ने कार चालक को मारा चांटा 

आरक्षक ने कार चालक से कार पीछे लेने के लिए कहा कि लेकिन कार के पीछे और गाड़ियाँ होने से दोनों में इस इबात को लेकर विवाद होने लगा, इतने में गुस्साए आरक्षक ने कार चालक को चांटा मार दिया, जाम में फंसे किसी व्यक्ति ने इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो बना लिया और सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया।

घटनाक्रम का वीडियो वायरल, एसपी ने लाइन अटैच किया 

वायरल वीडियो पुलिस के पास भी पहुंचा एसपी धर्मवीर सिंह यादव ने आरक्षक के व्यवहार पर नाराजगी जताई और उसे थाने से हटाकर लाइन भेजने के आदेश दिए, एसपी ने कहा कि वर्दी पहने होने के बावजूद जनता से इस तरह का व्यवहार बिलकुल उचित नहीं है।

सीएसपी करेंगे घटनाक्रम की जाँच 

एसपी ने इस पूरे घटनाक्रम की जाँच के आदेश भी दी दिए, सीएसपी इसकी जाँच करेंगे, लाइन भेजे गए आरक्षक का नाम अभिषेक भदौरिया बताया गया है उधर जिस व्यक्ति को आरक्षक ने चांटा मारा वो कारोबारी बताया गया है, पुलिस मामले की जाँच कर रही है।


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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ.... पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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