Gwalior News : उड़ीसा से 2 लाख का गांजा लेकर आया तस्कर, सप्लाई से पहले ही पुलिस के हत्थे चढ़ा

तौल कराने पर गांजा का वजन 18 किलो 600 ग्राम निकला जिसकी कीमत 2 लाख रुपये बताई गई है, पुलिस ने बताया कि शुरूआती जाँच में अभी ये पता चला है कि आरोपी उड़ीसा से ग्वालियर में गांजा बेचने के लिए ट्रेन से आया था पुलिस उससे ये पता लगाने की कोशिश कर रही है कि वो किससे गांजा लाया था और किसे सप्लाई करने जा रहा था।

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Gwalior News : ग्वालियर पुलिस ने एक तस्कर को गिरफ्तार कर उसे कब्जे से 2 लाख रुपये का गांजा जब्त किया है, पुलिस पूछताछ में पता चला है कि तस्कर उड़ीसा से बोरी में भरकर गांजा बेचने के लिए ग्वालियर लाया था, लेकिन मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने उस सप्लाई होने से पहले ही गिरफ्तार कर लिया।

मुखबिर ने पुलिस को दी गांजा तस्कर की सूचना 

पड़ाव थाना टी आई इला टंडन ने बताया कि पुलिस अवैध मादक पदार्थ तस्करों के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रही है, पुलिस ने ऐसे तस्करों के लिए मुखबिर तंत्र को मजबूत कर रखा है, इसी क्रम में पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि कोई तस्कर ट्रेन से गांजा लेकर आया है और प्लेटफॉर्म नम्बर 4 पर बैठकर ग्राहक का इन्तजार कर रहा है।

पुलिस ने गांजा भरे दो बोरों के साथ पकड़ा तस्कर 

सूचना मिलते ही पुलिस पार्टी को प्लेटफॉर्म नंबर 4 पर भेजा वहां एक संदिग्ध व्यक्ति प्लास्टिक के दो बोरों के साथ दिखा, उसने पुलिस को देखते ही भागने की कोशिश की जिसे पुलिस ने पकड़ लिया, पुलिस ने उसके पास से मिले बोरों को खोला तो उसमें गांजा भरा हुआ था पुलिस आरोपी को पकड़कर थाने ले गई।

गांजे की कुल कीमत 2 लाख रुपये 

तौल कराने पर गांजा का वजन 18 किलो 600 ग्राम निकला जिसकी कीमत 2 लाख रुपये बताई गई है, पुलिस ने बताया कि शुरूआती जाँच में अभी ये पता चला है कि आरोपी उड़ीसा से ग्वालियर में गांजा बेचने के लिए ट्रेन से आया था पुलिस उससे ये पता लगाने की कोशिश कर रही है कि वो किससे गांजा लाया था और किसे सप्लाई करने जा रहा था।

ग्वालियर से अतुल सक्सेना की रिपोर्ट 


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Atul Saxena

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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ.... पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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