ग्वालियर पुलिस ने किया अंधे कत्ल का पर्दाफाश, करीब 2 करोड़ की बीमा राशि हड़पने दोस्तों ने की हत्या, गिरफ्तार

Atul Saxena
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Gwalior News

Gwalior News : ग्वालियर पुलिस ने 19 अक्टूबर को झाड़ियों में मिले शव की शिनाख्ती के बाद अंधे कत्ल की गुत्थी को सुलझा लिया है और हत्या के दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, मृतक और आरोपी तीनों आपस में दोस्त है, जांच में पता चला है कि आरोपी दोस्तों ने मृतक की 1 करोड़ 90 लाख रुपये की बीमा राशि हड़पने के लिए ये अपराध किया।

19 अक्टूबर को झाड़ियों में मिली थी युवक की लाश 

एसपी राजेश सिंह चंदेल ने जानकारी देते हुए बताया कि 19 अक्टूबर 2023 को पुलिस थाना आंतरी को सूचना मिली थी कि एक अज्ञात व्यक्ति की लाश संदिग्ध अवस्था में बाउंड्री बॉल के पास झाडियों में पडी है, उक्त सूचना पर थाना प्रभारी आंतरी पुलिस की टीम के साथ घटना स्थल पर पहुंची फिर एफएसएल टीम, डॉग स्कॉट टीम, फिंगर टीम ने मौके पर आकर घटना स्थल का निरीक्षण किया। कुछ ही समय में अज्ञात लाश की शिनाख्त जगदीश पुत्र घनश्याम जाटव निवासी मुरार के रूप में हुई। थाना आंतरी में अज्ञात आरोपी के खिलाफ हत्या का प्रकरण दर्ज कर उसकी तलाश शुरू की गयी।

मोबाइल फोन कालिंग ने पुलिस को पहुँचाया आरोपियों तक 

पुलिस ने घटना स्थल के आसपास व मृतक की गली व आने-जाने वाले रास्तों पर एवं रोड पर लगे तथा पेट्रोल पम्प पर लगे कैमरों को चैक किया। घटना की गंभीरता को देखते हुए आरोपी पर 10 हजार रुपये का इनाम भी घोषित किया गया। विवेचना के दौरान पुलिस को ज्ञात हुआ कि मृतक के मोबाइल नम्बर पर घटना से पूर्व एक नम्बर से करीब 09 बार कॉल किया गया, जिसकी लोकेशन मुरार की रही थी और घटना के बाद उक्त संदिग्ध नम्बर बंद को चुका था।

मुरार में रह रहा व्यक्ति कर रहा था चोरी के नंबर से बात 

पुलिस ने जब उस नम्बर की जांच की तो वह नम्बर छतरपुर का निकला लेकिन आगरा केंट से चोरी होना पाया गया। तकनीकी साक्ष्य के आधार पर पुलिस को मालूम चला कि बदमाशों द्वारा घटना में उपयोग किया गया नम्बर मुरार निवासी एक व्यक्ति फ़िलहाल उपयोग कर रहा है। इस व्यक्ति द्वारा घटना दिनांक को घटना के समय एक अन्य व्यक्ति से अधिक बातचीत करना भी पाया गया।

दो आरोपियों को पुलिस ने पकड़ा, बीमा राशि की लिए की हत्या 

पुलिस ने इन तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर दोनों संदेहियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो दोनों ने अपराधिक षड्यंत्र रचते हुये मृतक जगदीश के नाम पर वैगनार गाड़ी एवं अपाचे मोटर साइकिल को फायेनेंस करना बताया तथा वैगनार के 3500 रुपये की बीमा स्कीम पर गाड़ी मालिक के मृत्यु उपरांत 50 लाख रुपये मिलने के ऑफर पर बीमा पंजाब नेशनल बैंक में कराया गया था। दोनों ने बताया कि उनके एक अन्य साथी बलराम सरल के द्वारा भी घटना से पूर्व फोन पे के माध्यम से 1 करोड रुपये का रिलायन्स कम्पनी का बीमा एवं एचडीएफसी बैंक की ग्रुफ पॉलिसी में 40 लाख का बीमा कराया।

आरोपियों ने खोल दी हत्या की दोस्त की हत्या की कहानी 

दोनों आरोपियों द्वारा मृतक जगदीश की मृत्यु के उपरांत उक्त वाहनों को बेचकर रुपये प्राप्त करने एवं सभी बीमा की राशि हड़पने की नीयत से उसका अपहरण कर नशीली दवा खिलाकर उसकी सिर व छाती में हथोडा मारकर हत्या करना बताया है, आरोपियों ने बताया कि मृतक जगदीश की हत्या करने में उपयोग में लाया गया हथोडा डबरा में पानी से भरे नाले में फेंक दिया था और घटना में उपयोग किया गया मोबाइल एवं मृतक जगदीश का मोबाइल तोड़ कर फेंक दिया।

पुलिस ने गिरफ्तार किया, तीसरे आरोपी की तलाश 

पुलिस द्वारा की गई अभी तक की विवेचना में आरोपीगण द्वारा सुनियोजित तरीके से मृतक का 1 करोड 90 लाख का बीमा एवं मृतक के नाम पर गाड़ियों को फायनेंस कराकर सभी रूपये हडपने की नियत से मृतक की हत्या करना पाया गया है। पुलिस द्वारा पकड़े गये दोनों आरोपियों को पुलिस रिमांड पर लेकर घटना के संबंध में विस्तृत पूछताछ की जाएगी। उक्त हत्या की घटना में शामिल एक आरोपी की गिरफ्तारी होना शेष है जिसकी गिरफ्तारी के निरंतर प्रयास किये जा रहे हैं।

ग्वालियर से अतुल सक्सेना की रिपोर्ट 


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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ.... पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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