डबरा/ सलिल श्रीवास्तव। भितरवार विद्युत मंडल (bhitarwar electricity department) में पदस्थ जूनियर इंजीनियर पर हरिजन एक्ट सहित अन्य धाराओं में मामला दर्ज किया गया है, पूरा विवाद नगर पंचायत चुनाव के दौरान नोड्यूज कराने को लेकर हुआ था, इस पूरे मामले का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें साफ तौर पर दिख रहा है कि क्या घटनाक्रम हुआ है, पर पूरे मामले में गौर करने वाली बात यह है कि इतने दिन तक पुलिस ने आखिर मामला दर्ज क्यों नहीं किया गया था। ऐसा क्या हुआ कि पुलिस ने अचानक मामला दर्ज कर दिया।
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आपको बता दें कि यह पूरा घटनाक्रम 13 जून का बताया जा रहा है, इस दिन भितरवार के वार्ड क्रमांक 5 से चुनाव लड़ने की इच्छुक मंजू खटीक अपना नामांकन दाखिल करने के लिए विद्युत विभाग का नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट लेने विद्युत मंडल के भितरवार स्थित कार्यालय पहुंची। यहां जेई मोहम्मद मंशूर अली मौजूद थे, इसी दौरान दोनों के बीच विवाद हो गया, जेई का कहना था कि पुराना बकाया जमा करने के बाद ही नोडयूज मिलेगा, तो नेत्री का कहना था कि चोरी की बिजली बहुत लोग जला रहे हैं, विवाद बढ़ गया और मामला थाने भी जा पहुंचा, पर दोनों के बीच सामंजस्य बन गया। और नोड्यूज भी बन गया पर चुनाव खत्म होते ही मामले ने तूल पकड़ लिया, और मामला एक बार फिर थाने पहुंच गया, और जेई के खिलाफ पुलिस ने हरिजन एक्ट जान से मारने की धमकी सहित अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है।
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इस पूरे घटनाक्रम में जो जानकारी सामने निकल कर आ रही है, उसके अनुसार जेई ने 10 जून को बिजली चोरी पकड़ी थी, और यही कारण था कि वह नोड्यूल नहीं दे रहे थे, पर मामला गर्म हुआ तो नोडयूज भी दे दिया, और अब खुद पर एफआईआर बी दर्ज हो गई, पूरे घटनाक्रम में सबसे बड़ी बात यह है कि पूरा घटनाक्रम काफी दिन चला पुलिस ने अंत में एफआईआर भी दर्ज कर दी।