लूट से आक्रोशित इमरती देवी ने दी डबरा बंद की चेतावनी, कही यह बात

Atul Saxena
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MP Crime News : ग्वालियर जिले में बेख़ौफ़ लुटेरों ने एक बार फिर पुलिस को चुनौती दी है। आज लुटेरों ने डबरा के सबसे व्यस्त बाजार ठाकुर बाबा रोड पर दिन दहाड़े लूट की एक बड़ी घटना को अंजाम दिया। बदमाशों ने व्यापारी से रुपयों से भरा बैग छीना और कट्टे से फायर करते हुए बाइक पर बैठकर भाग गए। घटना के बाद से इमरती देवी बहुत गुस्से में हैं, इमरती देवी ने प्रशासन को चेतावनी दी है कि रात तक लुटेरे पकड़ जाने चाहिए, उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं हुआ तो तब तक पूरा डबरा बंद रहेगा जब तक आरोपी पकड़े नहीं जाते।

ग्वालियर शहर में कल सोमवार को भीड़ भरे बाजार जयेन्द्रगंज में राजीव प्लाजा के पास हुई 1 करोड़ 20 लाख रुपये की लूट का चंद घंटों में खुलासा करने वाली ग्वालियर पुलिस की खुशियां और सुकून कुछ घंटों में टूट गया, बदमाशों ने पुलिस को फिर चुनौती दे दी लेकिन इस बार निशाना बनाया देहात के डबरा थाने क्षेत्र में एक व्यापारी को।

डबरा के व्यापारी सेवक राम बजाज HDFC बैंक से कैश निकाल कर जा रहे थे, उनके पास 35 लाख रूपये थे, लुटेरों ने खुलेआम कट्टे की नोक पर रुपयों से भरा बैग छीना और  गोलियां चलाते हुए भाग गए, घटना के बाद से डबरा के व्यापारियों और आम जनता में आक्रोश है।

लूट की घटना के बाद डबरा की पूर्व विधायक एवं मप्र लघु उद्योग निगम की अध्यक्ष इमरती देवी बहुत गुस्से में हैं , मीडिया से बात करते हुए इमरती देवी ने कहा कि ये बहुत बड़ी घटना है इसे कोई बर्दाश्त नहीं करेगा। उन्होंने प्रशासन को चेतावनी दी कि यदि आज रात तक लुटेरे पकड़े नहीं जाते तो कल से डबरा तब तक बंद रहेगा जब तक आरोपी सलाखों के पीछे नहीं पहुँचते । उन्होंने कहा कि भले ही वे सरकार में हैं लेकिन चुप नहीं रहेंगी ।

लूट से आक्रोशित इमरती देवी ने दी डबरा बंद की चेतावनी, कही यह बात

आपको बता दें कि आज हुई घटना कोई पहली घटना नहीं है, 10 दिन पहले पहले भी बाइक सवार दो लुटेरों ने संत कंवर राम स्कूल के पास एक व्यापारी का बैग छीनने का प्रयास किया था। जैसे तैसे उस व्यापारी ने अपनी जान और कैश की रक्षा की थी ।


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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ.... पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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