ग्वालियर, अतुल सक्सेना। राजा मिहिर भोज की प्रतिमा के नीचे लगी नाम पट्टिका को हाई कोर्ट के आदेश के बाद जिला प्रशासन ने शनिवार रात को ढंक दिया। जिला प्रशासन के एक्शन की जानकारी जैसे ही गुर्जर समाज के लोगों को लगी वे विरोध करने पहुँच गए जिन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
पिछले करीब एक पखवाड़े से विवाद का कारण बनी सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा को लेकर ग्वालियर हाई कोर्ट ने दखल दिया है। एक सामाजिक कार्यकर्ता द्वारा हाईकोर्ट में दायर याचिका पर सुनवाई करते हुए डिवीजन बेंच ने शनिवार को को निर्देश दिए कि राजा मिहिर भोज के नाम के साथ मूर्ति के नीचे लगी जाति को प्रदर्शित करने वाली पट्टिका को फिलहाल ढंक दिया जाए। याचिकाकर्ता के वकील सुरेश अग्रवाल के मुताबिक ग्वालियर हाई कोर्ट ने याचिका की सुनवाई पर आदेश देते हुए कमेटी को 3 हफ्ते के भीतर अपनी रिपोर्ट सौंपने को कहा है। मामले की अगली की अगली सुनवाई 20 अक्टूबर को होगी।
ये भी पढ़ें – जाति पर जंग : HC के निर्देश, मिहिर भोज की प्रतिमा के नीचे जाति प्रदर्शित करने वाली पट्टिका को ढंकें
हाई कोर्ट का आदेश मिलने के बाद जिला प्रशासन ने राजा मिहिर भोज की प्रतिमा के नीचे लगी पट्टिका को ढँक दिया , प्रतिमा को ढंकने की जानकारी जैसे ही लगी गुर्जर समाज के लोग वहां हंगामा करने पहुँच गए। हंगामे की सूचना पर पुलिस और प्रशासन के अधिकारी चिरवाई नाके पहुँच गए। पहले उन्होंने हंगामा कर रहे गुर्जर समाज के लोगों को समझाने का प्रयास किया लेकिन जब वे नहीं माने तो उन्हें गिरफ्तार कर कम्पू थाने भिजवा दिया। गिरफ्तार लोगों में ओबीसी एससी एसटी एकता मंच के प्रदेश अध्यक्ष लोकेंद्र गुर्जर, समाज के वरिष्ठ नेता कांग्रेस नेता साहब सिंह गुर्जर सहित कई लोग शामिल हैं।
ये भी पढ़ें – अब भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने दी ब्यूरोक्रेसी को चेतावनी, कहा- समय पर ऑफिस में बैठना पड़ेगा, वरना नौकरी छोड़ दें
उधर ओबीसी एससी एसटी एकता मंच के प्रदेश अध्यक्ष लोकेंद्र गुर्जर ने कहा है कि गुर्जर समाज के आराध्य गुर्जर सम्राट मिहिर भोज की मूर्ति की पट्टिका को ग्वालियर प्रशासन द्वारा ढंक दिया गया है ये गलत है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि गुर्जर समाज के महापुरुष की मूर्ति ढंकी तो पूरे ग्वालियर चंबल संभाग में उग्र आंदोलन होगा।