ग्वालियर, अतुल सक्सेना। मध्य प्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम सिंह तोमर (Energy Minister Pradyuman Singh Tomar) का सफाई अभियान इन दिनों चर्चा में है , सड़कों की सफाई से लेकर नाले-नालियां साफ़ कर रहे ऊर्जा मंत्री ने सोमवार को सीवर चैंबर की भी अपने हाथ से सफाई की। मंत्री के अभियान की तारीफ के बीच शहर में नगर निगम के अधिकारियों कर्मचारियों की निकम्मेपन की भी चर्चा शुरू हो गई है।
मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर सफाई व्यवस्था को लेकर हमेशा चर्चा में बने रहते हैं। वे जब विधायक थे तब से लेकर कांग्रेस सरकार में मंत्री फिर भाजपा सरकार में मंत्री बनने के बाद भी उनका सफाई अभियान जारी है। वे कभी सड़क साफ़ करते हैं कभी नाले में उतारकर उसकी सफाई करते हैं।
बीते सोमवार को उन्होंने सीवर चैंबर (गटर) को भी अपने हाथों से साफ़ किया। इस समय ऊर्जा मंत्री ने एक महीने का विशेष अभियान भी चलाया हुआ है। ऊर्जा मंत्री के सफाई अभियान की चर्चा ग्वालियर से लेकर राजधानी भोपाल तक है लेकिन अब लोग इसपर सवाल भी उठाने लगे हैं।
ऊर्जा मंत्री के गृह जिले ग्वालियर (Gwalior News) की ही बात की जाये तो मंत्री जी पिछले लम्बे समय से सड़कें, नालियां, नाले, सीवर चैंबर अपने हाथों से साफ़ कर रहे हैं और अधिकारियों को चेतावनी भी दे रहे हैं लेकिन ना तो उनकी चेतावनी का कोई असर हो रहा है और ना ही नगर निगम कमिश्नर लापरवाह अधिकारियों पर कोई बड़ा एक्शन ले रहे हैं।
अब कांग्रेस ने भी इस पर सवाल उठाये हैं। ग्वालियर दक्षिण विधानसभा से कांग्रेस विधायक प्रवीण पाठक (Congress MLA Praveen Pathak) ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान(CM Shivraj Singh Chauhan) को सम्बोधित करते हुए एक ट्वीट किया है जिसमें उन्होंने तंज कसा है और नाकारा अधिकारियों को लेकर सवाल किया है।
कांग्रेस विधायक प्रवीण पाठक ने ट्वीट किया – आदरणीय शिवराज सिंह चौहान जी, जब आपकी सरकार के मंत्री को ही गटर और नाले साफ़ करने पड़ रहे हैं, तो ऐसे नकारा अधिकारियों को आप हटा क्यों नहीं देते जो मंत्री जी को नाले में उतरने के लिये मज़बूर करते हैं । वैसे आपकी नकारा सरकार के लिए ये आईना है। मप्र के इतने बुरे हाल!! वाह रे आपका सुशासन। कांग्रेस विधायक का ये ट्वीट इस समय खूब चर्चा में है।