बुजुर्ग एवं दिव्यांग मतदाता के लिए घर से ही मतदान की सुविधा, 10, 11 व 13 नवंबर को पहुंचेंगे मतदान दल

Atul Saxena
Published on -
MP Election 2023

MP Election 2023 : मप्र विधानसभा चुनाव के लिए 17 नवंबर को मतदान होगा, सामान्य मतदाता मतदान केंद्र पर जाकर मतदान करेंगे लेकिन बुजुर्ग एवं दिव्यांग मतदाताओं को घर पर ही मतदान करने की सुविधा मिलेगी इसके लिए निर्वाचन आयोग ने अलग से मतदान दलों के गठन किये है ये मतदान दल  10, 11 व 13 नवंबर को संबंधित बुजुर्गों व दिव्यांगों के घर मतदान कराने पहुंचेंगे।

मतदान दलों को दिया गया प्रशिक्षण 

ग्वालियर जिले में बुजुर्ग एवं दिव्यांग मतदाताओं को उनके घर पर ही बूथ बनाकर मतदान की सुविधा उपलब्ध कराने के लिये तैनात किए गए मतदान दलों को विशेष प्रशिक्षण दिया गया है। जीवाजी विश्वविद्यालय के गालव सभागार में आयोजित हुए प्रशिक्षण में बताया गया कि मतदान केन्द्र की तरह घर पर ही विधिवत बूथ बनाकर बुजुर्ग एवं मतदाताओं के वोट डलवाए जायेंगे। इस दौरान मत की गोपनीयता का पालन भी सुनिश्चित किया जायेगा। घर पर मतदान के दौरान प्रत्याशियों के अभिकर्ता भी मौजूद रह सकेंगे।

3275 बुजुर्ग एवं दिव्यांग मतदाताओं ने घर से ही वोट डालने की सुविधा 

संयुक्त कलेक्टर एवं डाक मत पत्र प्रभारी अशोक चौहान ने बताया कि जिले में 3275 बुजुर्ग एवं दिव्यांग मतदाताओं ने घर से ही वोट डालने की सहमति दी है। इनमें लगभग कुल 2562 बुजुर्ग एवं 713 दिव्यांग मतदाता शामिल हैं। उन्होंने बताया कि 10 नवंबर, 11 नवंबर व 13 नवंबर को बुजुर्ग एवं दिव्यांग मतदाताओं के घर-घर जाकर मतदान कराया जायेगा।

80 वर्ष से अधिक आयु के बुजुर्ग और 40 प्रतिशत से अधिक दिव्यांगता वाले मतदाताओं को मिल रही ये सुविधा 

गौरतलब है कि भारत निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों के तहत ग्वालियर जिले के भी सभी विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में 80 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के बुजुर्ग और 40 प्रतिशत से अधिक दिव्यांगता वाले मतदाताओं को घर बैठे ही मतदान की सुविधा उपलब्ध कराई जायेगी। उन बुजुर्गों व दिव्यांगों को यह सुविधा मिलेगी, जिन्होंने निर्धारित प्रपत्र में आवेदन कर घर पर ही वोट डालने की इच्छा जताई है।

एक बार बुजुर्ग/दिव्यांग नहीं मिले तो दूसरी बार भी घर पहुंचेंगे मतदान दल 

प्रदेश स्तरीय मास्टर ट्रेनर एस बी ओझा ने प्रशिक्षण के दौरान मतदान की बारीकियाँ सिखाईं। साथ ही भारत निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों की भी विस्तार से जानकारी दी। यदि पहली बार दिव्यांग व बुजुर्ग घर पर नहीं मिलते हैं तो पुन: सूचना देकर उन्हें एक बार और घर पर ही वोट डालने की सुविधा उपलब्ध कराई जायेगी।

ग्वालियर से अतुल सक्सेना की रिपोर्ट 


About Author
Atul Saxena

Atul Saxena

पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ.... पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

Other Latest News