ग्वालियर | मध्य प्रदेश में 15 साल सत्ता में रहने वाली पार्टी की विदाई के साथ ही पार्टी में घनसान शुरू हो गया है| एक दुसरे पर हार का ठीकरा फोड़ा जा रहा है| बीजेपी के मजबूत गढ़ ग्वामध्य प्रदेश में 15 साल सत्ता में रहने वाली पार्टी की विदाई के साथ ही पार्टी में घनसान शुरू हो गया है| एक दुसरे पर हार का ठीकरा फोड़ा जा रहा है| बीजेपी के मजबूत गढ़ ग्वालियर में तो आरोप प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है । पिछले दिनों पार्टी के विशेष आमंत्रित सदस्य एडवोकेट अवधेश सिंह भदौरिया की अमित शाह को लिखी चिट्ठी ने तहलका मचा दिया था| अब पूर्व मंत्री एवं मुरैना सांसद अनूप मिश्रा ने जिला अध्यक्षों पर हार का ठीकरा फोड़ा है|
मिश्रा ने प्रेस वार्ता कर हार के कारण गिनाए, उन्होंने कहा कि यह वक्त आत्ममंथन, आत्मचिंतन है, हम क्यों हारे, पार्टी ने कहा कहा था चुनाव लड़ने को मै लड़ा लेकिन हार गए, शायद मुझमे ही कम रही होगी जो जनता का विश्वास जीत नहीं पाए| लेकिन यह कहने में भी संकोच नहीं है कि जिला अध्यक्ष के पदों पर रहने वाले पदाधिकारियों ने ठीक से काम नहीं किया| मिश्रा ने कहा जिला अध्यक्षों ने पार्टी के लिए ईमानदारी से काम नहीं किया है जिसके कारण पार्टी को हार का सामना करना पड़ा है उन्होंने यह भी बताया है कि आत्म चिंतन का विषय है और मैं इस पर मंथन करूंगा। अनूप मिश्रा ने बीते विधानसभा चुनाव के बारे में जनता का आभार व्यक्त किया और उन्होंने अपने मन की बात कही। उन्होंने कहा कि प्रदेश में हार के बाद प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने हार की जिम्मेदारी स्वीकारी, लेकिन यहां किसी जिला अध्यक्ष ने ऐसा नहीं किया, में पार्टी में भी इस बात को रखूँगा| क्यूंकि पार्टी के जिला अध्यक्षों ने अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन ईमानदारी के साथ नहीं किया|
बता दें कि ग्वालियर की भितरवार विधानसभा सीट से भाजपा की ओर से कई दावेदारों के नाम चर्चाओं में थे लेकिन अचानक भाजपा संगठन ने मुरैना संसदीय क्षेत्र से सांसद अनूप मिश्रा को प्रत्याशी बनाकर उतारा।अनूप मिश्रा ने पूर्व में भी इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया है। लेकिन बार यहां कांग्रेस ने बड़ा झटका दिया है, ग्वालियर जिले की 6 में से 5 सीटें कांग्रेस ने जीत लिया है|