ग्वालियर । अतुल सक्सेना।
आमतौर पर अधिकारियों द्वारा कर्मचारी के कर्मचारियों के लिए जारी किये जाने वाले आदेश से कर्मचारी या उनके संगठन संतुष्ट नहीं होते और अक्सर विरोध पर भी उतर आते हैं। लेकिन ग्वालियर कलेक्टर का एक आदेश कर्मचारी संगठनों मे सराहा जा रहा है।
अक्सर यह देखा गया है कि निलंबित होने वाले अधिकारी या कर्मचारी मुख्यालय पर पदस्थ किए जाते हैं वे वहां जाकर अपनी ड्यूटी देते ही नहीं। ऐसे अधिकारी कर्मचारियों को कार्यस्थल पर मौजूद रहने के लिए ग्वालियर के कलेक्टर अनुराग चौधरी ने एक नई व्यवस्था बनाई है। कलेक्ट्रेट भवन में एक अलग से कक्ष बनाया गया है जहां पर लिखा गया है ‘निलंबित कर्मचारियों के बैठने की जगह’। ऐसे कर्मचारियों को अब वहां पर जाकर रोजाना बैठना होता है और व्हाट्सएप पर उनकी फोटो संबंधित विभाग अधिकारियों को भी भेजी जाती है ताकि उपस्थिति सुनिश्चित हो सके।
कलेक्टर के इस आदेश की कर्मचारी संगठनों ने तारीफ की है। मध्यप्रदेश तृतीय वर्ग कर्मचारी संगठन के सचिव उमाशंकर तिवारी का मानना है कि इस व्यवस्था से कर्मचारियों के अंदर यह भाव आएगा कि कोई ऐसा काम ही ना करें जिसके कारण निलंबन की स्थिति बने और ऐसे कर्मचारियों को देखकर अन्य कर्मचारी भी कोई भी ऐसा काम करने से बचेंगे। फिलहाल कलेक्टर का यह आदेश क्रियान्वित होना शुरू हो गया है