Laxmi Narayan Rajyog 2025: ज्योतिष शास्त्र में ग्रहों, कुंडली और नक्षत्रों का बड़ा महत्व माना जाता है।हर एक ग्रह का अपना एक प्रभाव होता है। खास करके नवग्रहों में बुध और शुक्र को शुभ ग्रह का दर्जा दिया गया है। दैत्यों के गुरू शुक्र और ग्रहों के राजकुमार बुध जब भी चाल बदलते है, इसका असर राशियों, पृथ्वी और मानव जीवन पर पड़ता है। इसी क्रम में नए साल में शुक्र और बुध अलग अलग समय पर मीन राशि में गोचर करने वाले है, जिससे लक्ष्मी नारायण राजयोग बनेगा।
ज्योतिष के मुताबिक, नए साल में व्यापार, सौंदर्य, भौतिक सुख, धन और ऐश्वर्य के कारक शुक्र 28 जनवरी 2025 को मीन राशि में प्रवेश करेंगे , वहीं दूसरी तरफ बुद्धि, वाणी के कारक बुध 27 फरवरी 2025 को मीन में गोचर करेंगे, ऐसे में मीन राशि में बुध और शुक्र की युति से लक्ष्मी नारायण योग का निर्माण होगा। 7 मई को बुध मेष राशि में प्रवेश करेगा और यह योग समाप्त हो जाएगा। यानी 69 दिन लक्ष्मी नारायण योग रहेगा।
Laxmi Narayan Rajyog: नए साल से इन राशियों के आएँगे अच्छे दिन
मेष राशि: लक्ष्मी नारायण राजयोग जातकों के लिए वरदान से कम साबित नहीं हो सकता है।भौतिक सुखों की प्राप्ति हो सकती है। करियर और व्यापार के क्षेत्र में आपको काफी लाभ मिलने के आसार है। धार्मिक कार्यों और यात्राओं में बढ़-चढ़कर हिस्सा ले सकते हैं। आय के नए स्त्रोत खुल सकते हैं। पैतृक संपत्ति का लाभ मिल सकता है। समाज में मान-सम्मान में वृद्धि हो सकती है। निवेश के लिए समय अनुकूल रहेगा। अविवाहितों को शादी का प्रस्ताव आ सकता है।
मीन राशि: लक्ष्मी नारायण राजयोग का बनना जातकों के लिए शुभ सिद्ध हो सकता है ।संपत्ति, घर में धन निवेश करने से लाभ मिल सकता है। नौकरीपेशा को वेतन में वृद्धि के साथ पदोन्नति का तोहफा मिल सकता है। मान-सम्मान की वृद्धि होगी। पुराने निवेश से अच्छा रिटर्न मिल सकता है। नौकरीपेशा जातकों को पदोन्नति मिल सकती है। साझेदारी के व्यवसाय में पार्टनर का अच्छा सहयोग मिलेगा।भाग्य का साथ मिलेगा।
मिथुन राशि : लक्ष्मी नारायण राजयोग जातकों के लिए फलदायी साबित हो सकती है। विदेश में नौकरी की तलाश में हैं तो अच्छे ऑफर मिल सकते हैं। भौतिक सुखों की प्राप्ति हो सकती है। इस अवधि में यात्राएं कर सकते हैं। कारोबार और करियर के क्षेत्र में भी लाभ मिल सकता है। भाग्य का पूरा साथ मिल सकता है। धन की बचत करने में भी कामयाब हो सकते हैं।रुके अटके कामों को गति मिलेगी।
क्या होता है Laxmi Narayan Rajyog
ज्योतिष शास्त्र में लक्ष्मी नारायण राजयोग का विशेष महत्व बताया गया है, इसे बेहद ही शुभ माना गया है। जब किसी भी राशि में बुध और शुक्र ग्रह दोनों एक साथ होते हैं, तो लक्ष्मी नारायण योग का निर्माण होता है।कहते है जिसकी कुंडली में यह योग बनता है उस पर लक्ष्मी जी की कृपा बरसती है, वहां धन धान्य की वर्षा होती है।
(Disclaimer : यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं, ज्योतिष, पंचांग, धार्मिक ग्रंथों और जानकारियों पर आधारित है, MP BREAKING NEWS किसी भी तरह की मान्यता-जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है।इसके सही और सिद्ध होने की प्रामाणिकता नहीं दे सकते हैं। इन पर अमल लाने से पहले अपने ज्योतिषाचार्य या पंडित से संपर्क करें)